नैनीताल । भारतीय मजदूर संघ नैनीताल की एक आपात बैठक शुक्रवार को संघ कार्यालय नैनीताल में आहुत की गयी। बैठक में जिला मंत्री विरेन्द्र खंकरियाल ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ के पूर्णकालीन सदस्य गोविंद सिंह बिष्ट के साथ सहायक श्रम आयुक्त न्यायालय देहरादून में एक अधिवक्ता ने अपने पेशे के विपरीत मारपीट की है।
जिस पर भारतीय मजदूर संघ नैनीताल के सभी पदाधिकारियों ने इस घटना की घोर निंदा की गई।
जिलाध्यक्ष पवन साह ने कहा कि त्याग तपस्या से ओतप्रोत भारतीय मजदूर संघ के विभिन्न पदों पर दायित्व का निर्वहन करने वाले गोविंद सिंह विष्ट के साथ जिस वकील द्वारा इस तरह की अभद्र व्यवहार किया गया है उनके खिलाफ कार्यवाही हेतु जल्द ही मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजा जायेगा तथा पूर्णकालीन कार्यकर्ता को न्याय दिलाने की मांग करेगा।
संगठन मंत्री मदन सिंह गैडा ने कहा कि ऐसे अधिवक्ता पूरे उत्तराखंड में श्रमिकों को बदहाल करने वाले हैं । ऐसे अधिवक्ता का लाइसेंस रद्द कर कड़ी से कड़ी सजा देने की बात की ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी अप्रिय घटना को अंजाम न दे सके।
संरक्षक रमेश चंद्र जोशी ने कहा कि यह अत्यंत दुखद घटना है जिस अधिवक्ता द्वारा समाज की, श्रमिकों, व आम जनता की सेवा के लिए वकालत की उपाधि ली है ऐसे अधिवक्ता अपना आपा खोकर श्रमिकों के हितों में कार्य करने वाले प्रतिनिधियों के साथ मारपीट करते हैं,ऐसे अधिवक्ता की भारतीय मजदूर संघ घोर निंदा करता है। उन्होंने कहा कि श्रमविभाग में बैठे हुए अधिकारियों को भी तत्काल पुलिस बुलाकर कार्यवाही करनी चाहिए थी। न्यायालय में इस प्रकार से मारपीट हो रही है तो भारत वर्ष में न्याय पर क्या विश्वास किया जा सकता है।
बैठक में भारतीय मजदूर संघ के संरक्षक रमेश चंद्र जोशी, जिलाध्यक्ष पवन साह, जिला संगठन मंत्री मदन सिंह गैडा, जिला मंत्री विरेन्द्र खंकरियाल, जिला सयुंक्त मंत्री बालमुकंद सुयाल, उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश संगठन मंत्री प्रेमा विष्ट, हरीश विश्वकर्मा, विकास जोशी, नासिर खान, जगदीश प्रकाश, राजेन्द्र प्रसाद आदि उपस्थित थे ।