देहरादून । अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय आह्वान पर देशभर की आशा कार्यकत्रियों द्वारा उत्तराखंड सरकार तथा केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का 26 अप्रैल को जोरदार विरोध किया जाएगा जिसके तहत देशभर में आशा कार्यकर्ता रोड में आकर अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगी।
आशा कार्यकर्ताओं की मांगों में आशा कार्यकर्ताओं को न्यूनतम वेतनमान कम से कम ₹18000 रुपये प्रति महीने दिए जाने, उन्हें सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाये जाने, अत्याचार, अन्याय, शोषण बंद किये जाने,आशाओं का इंसेंटिव बढ़ाये जाने आदि मुख्य हैं । इन प्रमुख मांगों को लेकर उत्तराखंड के सभी जिलों मे भी आशा कार्यकर्ता 26 अप्रैल बुधवार को एक दिवसीय सामूहिक हड़ताल पर रहेंगे तथा अपने-अपने जिलों में एकत्रित होकर एक विशाल रैली व आम सभा आयोजित करेंगे । साथ ही भारत सरकार और राज्य सरकार को ज्ञापन देंगे ।
उत्तराखंड आशा कर्मचारी महासंघ की प्रदेश महामंत्री ललितेश विश्वकर्मा ने देहरादून में बताया कि सभी जिलों को इस कार्यक्रम को सफल बनाने को कहा गया है । उन्होंने बताया कि देहरादून जिले की आशाएं सुबह 9 बजे दीनदयाल उपाध्याय पार्क में इकट्ठा होंगी । जहां से रैली की शक्ल में कलक्ट्रेट जाएंगी । उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है ।