उत्तराखण्ड हाईकोर्ट ने खटीमा विधान सभा क्षेत्र में सेवारत नरेश चौहान प्रभारी निरीक्षक कोतवाली खटीमा और दिनेश सिंह फर्त्याल थाना अध्यक्ष झनकया का स्थानांतरण न करने व इनके द्वारा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किए जाने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई की।वेकेशन जज न्यायमुर्ति रविन्द्र मैठाणी की एकलपीठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मामले को सुनने के बाद चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने सम्बन्धी कोई लिखित तथ्य पेस नही करने पर याचिका को निरस्त कर दी है। सुनवाई के दौरान याचिकर्ता द्वारा कहा गया कि इनके द्वारा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के उद्देश्य से क्षेत्र में कम्बबल व अन्य समान लोगो को दिया जा रहा है इसलिए इनका स्थानांतरण किया जाय। पूर्व में भी कोर्ट ने चुनाव आयोग भारत सरकार को निर्देश दिए थे कि याचिकर्ता के प्रत्यावेदन दस दिन के भीतर निस्तारित करें। जिसे चुनाव आयोग ने बिना जांच के निस्तारित कर दिया। इसका विरोध करते हुए मुख्य स्थायी अधिवक्ता सीएस रावत ने कोर्ट को बताया कि जो आरोप याचिका में लगाये गए है वे सब निराधार है , स्टेट इलेक्शन कमीशन ने आईजी पर्सनल व आरओ से व्यक्तिगत रिपोर्ट मांगकर इनका प्रत्यावेदन तय सीमा के भीतर निस्तारित कर उसकी रिपोर्ट याचिकर्ता को 7 फरवरी को दे दी। सरकार ने पूरी तरह से इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया के द्वारा जारी गाइड लाइन का पूरा पालन किया गया है । दोनों अधिकारियों के खिलाफ किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने अभी तक नही आई । याचिका में जो आरोप लगाए गए है बिना सबूतों के है।मामले के अनुसार भुवन कापड़ी कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कोंग्रेश ने हाईकोर्ट में दुबारा से याचिका दायर कर कहा है कि नरेश चौहान प्रभारी निरीक्षक कोतवाली खटीमा व दिनेश सिंह फरतियाल थानाध्यक्ष झनकया बिगत 9 वर्ष से जनपद उधम सिंह नगर में ही सेवारत है जबकि विभागीय नियमावली के अनुसार उपनिरीक्षक स्तर का अधिकारी 8 वर्ष से अधिक एक जनपद में सेवारत नही रह सकता। विभाग ने दोनों अधिकारियो का स्थानांतरण 23 जून 2021 को नरेश चौहान का अल्मोड़ा व दिनेश सिंह फरतियाल का पिथौडागढ़ कर दिया था उसके बाद विभाग ने दोनों अधिकारियों का स्थानांतरण स्थगित कर दिया । याचिकर्ता का यह भी कहना है दोनों अधिकारी लोक सभा के चुनाव में भी यही सेवारत थे और वर्तमान समय मे भारतीय जनता पार्टी के सक्रीय एजेंट के रूप में कार्य कर रहे है और विधान सभा के चुनाव को भी प्रभावित कर रहे है लिहाजा इनका स्थानांतरण किया जाय।