नैनीताल । मेट्रोपोल क्षेत्र
में शत्रु संपत्ति पर हुए अवैध अतिक्रमण हटाने के मामले में
बुधवार की शाम को जिला प्रशासन व पुलिस की टीम क्षेत्र में मुनादी करने
पहुंची और लोगों से कहा कि नोटिस के हिसाब से बुधवार तक जगह खाली करने का
समय दिया गया था अब गुरुवार (आज) तक सभी को स्वयं अपने घरों को खाली करने
होंगे । जिसके बाद शुक्रवार 21 जुलाई से जिला प्रशासन ध्वस्तीकरण की
कार्रवाई शुरू कर देगा।
इस बीच प्रभावित परिवारों ने कांग्रेसियों के साथ
मिलकर नगर में मौन जुलूस भी निकाला।
मामले में उप जिलाधिकारी राहुल साह ने बताया की मेट्रोपोल के 134 परिवारों
को स्वयं घरों को खाली करने की अवधि बुधवार को पूरी हो चुकी है ऐसे में
अब एक दिन और गुरुवार (आज) तक का समय लोगो को दिया गया है अन्यथा
शुक्रवार से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इस बीच पानी व
बिजली के कनेक्शन कटे जाने के बाद मंगलवार रात लोगो को अंधेरे में काटनी
पड़ी तो बुधवार को पानी के लिए भी लोग इधर-उधर भागते नजर आए वही दिनभर
क्षेत्र में लोगो का जमावड़ा लगा रहा। देर शाम सैकङो की संख्या में
स्थानीय निवासियों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा नगर के मल्लीताल पंत
पार्क से तल्लीताल गांधी चौक तक मौन जलूस निकला गया।
मामले में कांग्रेस नगर अध्यक्ष अनुपम कबड़वाल ने कहा कि वर्तमान में
बरसात का मौसम है। ऐसे में मानवता के नाते लोगो को कम से कम बरसात खत्म
होने तक समय दिया जाना चाहिए साथ ही इनके लिए विस्थापन की व्यवस्था भी
करनी चाहिए। कहा कि क्षेत्र के सभी लोग कानून का पालन कर रहे हैं वही इन
दिनों स्कूली बच्चो की परीक्षाएं भी चल रही है ऐसे में बिजली व पानी का
कनेक्शन काट देने से बच्चो को पढ़ाई में भी दिक्कत हो रही है। इस दौरान
मुकेश जोशी मंटू,कुंदन सिंह बिष्ट,हिमांशु पांडे, कमलेश तिवारी,त्रिभुवन
सिंह फत्र्याल,राजेन्द्र ब्यास,कैलाश अधिकारी,बंटू आर्य,जुनैद आदि लोग
मौजूद रहे।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के नेता अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने बुधवार को
नैनीताल में लोगो को बरसात तक का समय दिए जाने की मांग को लेकर कुमाऊं
कमिश्नर दीपक रावत से मुलाकात कर मेट्रोपोल क्षेत्र के लोगों से मुलाकात
की। स्थानीय निवासी अब्दुल रशीद ने बताया कि 2006 से 2010 वे लोग राजा
साहब महमूदाबाद को किराया देते थे।ऐसे में अब चाहे तो वे सरकार को भी
किराया देने को राजी हैं।कहा कि उस समय 91 परिवार क्षेत्र में निवास करते
थे और परिवारों की संख्या बढऩे से अब 134 पहुंच गयी है, ये सब उन्ही
परिवारों के हैं ऐसे में एक साथ इतने परिवारों को जगह खाली करने के नोटिस
दिये गए हैं। कहा कि वह कानून का सम्मान करते है लेकिन अगर हटाना ही है
तो कम से पहले तो हमें बरसात तक का समय दिया जाना चाहिए और भविष्य में हम
लोगो की विस्थापन की व्यवस्था की जानी चाहिए।