नैनीताल । उत्तराखंड हाईकोर्ट ने यूके एस एस एस सी की स्नातक स्तरीय परीक्षा तय समय 9 जुलाई को आयोजित करने की मंजूरी दी है । अब यह परीक्षा आयोग के नए निर्णय के अनुसार होंगी ।न्यायमूर्ति रवीन्द्र मैठाणी की एकलपीठ ने आज लंबी बहस के बाद अभ्यर्थियों की याचिका का निस्तारण कर दिया । मामले के अनुसार उत्तराखंड में पेपर लीक के बाद यूकेएसएसएससी ने दिसम्बर माह में स्नातक स्तरीय परीक्षा कैंसिल कर दी थी। इस दौरान बड़ी संख्या में आयोग ने नकलचियों को सूचीबद्ध कर परीक्षा में बैठने के लिए प्रतिबंध किया। जबकि नकलचियों का वास्तविक आंकलन न लग पाने पर पूरी परीक्षा कैंसिल कर दुबारा परीक्षा कराए जाने का निर्णय लिया। इस पर परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों ने नकलचियों को बाहर कर उन्हें नौकरी देने की मांग की। इस पर जब आयोग ने नए सिरे से परीक्षा कराए जाने का निर्णय कायम रखा तो पास हुए अभ्यर्थियों ने आयोग के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। जहां लम्बे समय से परीक्षा कराए जाने को लेकर याचिका पर लंबी बहस चल रही थी। लेकिन आज हाईकोर्ट ने याचिका का निस्तारण कर आयोग के फैसले को बरकरार रखा, इससे आयोग को बड़ी राहत मिली है। परीक्षा अब आयोग के शेड्यूल के अनुसार 9 जुलाई को होंगी। परीक्षा में करीब 1 लाख 40 हजार अभ्यर्थियों को बैठने के लिए आयोग ने पहले ही प्रवेश पत्र जारी कर दिए हैं। इसके अलावा हरिद्वार में कांवड़ सीजन के चलते 12 जिलों में परीक्षा कराई जाएगी। अब नकल करते पकड़े गए अभ्यर्थियों, जिनको आयोग ने प्रतिबंधित किया है, को छोड़कर सभी अन्य परीक्षा में शामिल होंगे।
यह याचिका जगपाल सिंह,संजय कुमार,शोभा,मनोज सिंह,हेमा,धर्मेंद्र कुमार शर्मा,कुलदीप कुमार व अन्य द्वारा 7 अलग अलग याचिकाएं दायर की थी । जिनकी एक साथ सुनवाई हुई । याचिका कर्ताओं के मुताबिक वे लोग नकल में शामिल नहीं थे और वे उत्तीर्ण हुए हैं । इसलिये उन्हें नौकरी दी जाय । लेकिन कोर्ट ने उनके तर्कों को अस्वीकार कर याचिकाएं निस्तारित कर दी ।