नैनीताल । कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ ने विश्वविद्यालय के शिक्षक संगठन द्वारा विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के मध्य सद्भाव को प्रभावित करने एवं स्वयं के स्तर से कर्मचारियों के मध्य उत्कृष्टता निर्धारण पर घोर आपत्ति दर्ज की गई है एवं संगठन इस हेतु कानूनी पहलुओं पर भी गंभीरता से विचार कर रहा है।
संगठन के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत और महामंत्री लक्ष्मण सिंह रौतेला ने बताया कि विश्वविद्यालय में विगत दिवस पूर्व विश्वविद्यालय के शिक्षक संगठन द्वारा विश्वविद्यालय के कुछ कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित किया गया है, जिसके चलते अन्य कर्मचारियों के मध्य सद्भाव प्रभावित हुआ है उन्होंने कहा कि शिक्षक संगठन विश्वविद्यालय में शिक्षकों के हितार्थ कार्यरत हैं उन्हें अपने कार्य सीमा के अंतर्गत ही कार्य करना चाहिए। शिक्षक संगठन द्वारा विश्वविद्यालय के कुछ कर्मचारियों को सम्मानित किये जाने से अन्य कर्मचारियों के मध्य माहौल को प्रभावित कर रहा है। पदाधिकारियों ने बताया कि कर्मचारियों की उत्कृष्टता का निर्धारण करने का अधिकार विश्वविद्यालय प्रशासन को है और शिक्षक संगठन द्वारा ऐसा करके विश्वविद्यालय प्रशासन और कर्मचारियों के संगठन के कामों में दखल दिया जा रहा है। इस पर महासंघ और घटक संगठनों द्वारा घोर आपत्ति दर्ज की गई और बताया कि महासंघ शिक्षक संगठन की इस क्रियाकलाप के विरोध में कानूनी पहलू पर भी विचार कर रहा है, इसके अतिरिक्त जल्दी ही इसके विरोध में कुलपति से भी वार्ता की जाएगी और शिक्षक संगठनो को अपनी कार्य सीमा के अंतर्गत कार्य करने के लिए कहा जाएगा। शिक्षक संगठनों के इस आपत्तिजनक क्रियाकलाप पर प्रशासनिक भवन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दीपक सिंह बिष्ट, सचिव नवल किशोर बिनवाल, भीमताल परिसर कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष हीरा सिंह, सचिव मनोज रौतेला द्वारा भी घोर आपत्ति दर्ज की गई है।