नैनीताल । कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों के निराकरण की मांग को लेकर आज प्रशासनिक भवन में सांकेतिक घरना प्रदर्शन गया । धरने के बाद प्रशासन की पहल पर सकारात्मक वार्ता हुई और धरना कार्यक्रम 23 मार्च तक स्थगित कर दिया गया। संगठन के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत एवं महामंत्री डा० लक्ष्मण सिंह रौतेला ने बताया कि विश्वविद्यालय में विगत 5 वर्ष से भी अधिक समय से रिक्त पदों पर नियुक्ति न करने, अवशेष पदोन्नति न होने, सभी कर्मचारी संवर्ग की सेवा नियमावली बनाए जाने, विश्वविद्यालय आवासों के मरम्मत हेतु स्पष्ट व पारदर्शी नीति बनाए जाने, कर्मचारी स्थानांतरण नियमावली बनाने, सभी विभाग व अनुभागों में कर्मचारियों का ढांचा बनाए जाने, संविदा कर्मचारियों के सेवा विस्तार करने, परीक्षा अनुभाग में अंकतालिकाओं की व्यवस्था को ठीक करने, कर्मचारियों की चरित्र पंजिका के संग्रहण की व्यवस्था ठीक बनाने सहित कुल 11 सूत्री मांगों का लंबे समय से निस्तारण न होने के चलते आज प्रशासनिक भवन में संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया । जिसके उपरांत प्रभारी कुलसचिव दुर्गेश डिमरी द्वारा संगठन को वार्ता के लिए बुलाया गया । जिसमें विस्तृत वार्ता के उपरांत प्रभारी कुलसचिव के सकारात्मक रवैया के दृष्टिगत संगठन द्वारा धरना प्रदर्शन को स्थगित किया गया एवं प्रभारी कुलसचिव द्वारा बताया गया कि दिनांक 23 मार्च को कुलसचिव एवं कुलपति द्वारा मांगों के निस्तारण हेतु संगठन के साथ वार्ता की जाएगी। आज के इस धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम में उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष कुलदीप सिंह, कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष भूपाल करायत,महामंत्री डॉ0 लक्ष्मण रौतेला, कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार, प्रशासनिक भवन शाखा के अध्यक्ष दीपक बिष्ट, सचिव नवल किशोर बिनवाल, उपाध्यक्ष जीवन सिंह रावत, कोषाध्यक्ष संजीत राम, उप सचिव रंजीत कीर्ति, महिला उपाध्यक्ष आशा आर्या, डीएसबी परिसर संघ के अध्यक्ष नंदा बल्लभ पालीवाल, उपाध्यक्ष मोहन बिष्ट, सचिव कुंवर सिंह बिष्ट, उप सचिव गोपाल कपिल, भीमताल परिसर शाखा के उपाध्यक्ष हीरा सिंह किरौला, प्रकाश पाठक, राम सिंह गुसाई, रामचरण पंत, चंद्रशेखर पंत, मनोज कुमार आदि शामिल थे ।