नैनीताल। 15 जुलाई को चमोली के हेलंग क्षेत्र में सीआईएसफ व उत्तराखंड पुलिस द्वारा घास ला रही महिलाओं के गट्ठर छीनने के मामले में हेलंग एकजुटता मंच के आह्वान पर सोमवार को नैनीताल में विरोध प्रदर्शन कर कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा गया ।
ज्ञापन में एकजुटता मंच के सदस्यों ने कहा है कि चारागाह , पेड़ और पर्यावरण बचाने के लिए उत्तराखंड की महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । मंच ने हेलंग घाटी में घास ला रही महिलाओं के साथ हुई अभद्रता करने पर सीआईएसफ व उत्तराखंड पुलिस के जवानों को निलंबित करने की मांग की है। साथ ही वन संरक्षण अधिनियम 1980 व वन अधिकार कानून 2006 का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने, हेलंग क्षेत्र में परियोजना निर्माता कंपनी टीएचडीसी के विरुद्ध नदी में मलवा डालने और पेड़ काटने के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की हैं।
मंच के सदस्यों ने इस प्रकरण की जांच उच्च न्यायालय के सेवारत या फिर सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाने की मांग की है । साथ ही उत्तराखंड राज्य में बाहरी व्यक्तियों द्वारा जमीन की खरीद-फरोख्त पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की है । उन्होंने पिछले वर्ष अक्टूबर में रामनगर, रामगढ़ व धारी में आई आपदा से प्रभावित हुए ग्रामीणों को जल्द से जल्द मुआवजा देने की भी मांग की। ज्ञापन में नैनीताल भवाली मार्ग की दुर्दशा का भी उल्लेख है । बताया गया है कि यह सड़क एक दर्जन स्थानों पर टूटने की स्थिति में है ।
इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार राजीव लोचन साह, दिनेश उपाध्याय, चम्पा उपाध्याय, डॉ0सुरेश डालाकोटी, हेमलता तिवारी, अधिवक्ता डी के जोशी,कैलाश जोशी,राज्य आंदोलनकारी मुन्नी तिवारी,लीला बोरा, प्रो0 उमा भट्ट,प्रो0 शीला रजवार, दीपा जोशी, भारती जोशी, ममता, भावना कनवाल, अंजली रौतेला, विनीता यशवस्थी, माया चिलवाल,प्रताप सिंह खाती,पंकज भट्ट समेत अन्य लोग मौजूद रहे।