नैनीताल । शिल्पकार सभा के तत्वाधान में आज बुद्ध जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता सभा के अध्यक्ष संजय कुमार संजू व संचालन महामंत्री रमेश चन्द्रा ने किया। कार्यक्रम का आरंभ बुद्ध वन्दना की गई। आज के कार्यक्रम में वक्ताओं ने बुद्ध के जीवन परिचय व उनके द्वारा बताए मार्ग पर चर्चा की।
रमेश चन्द्रा ने कहा कि की महात्मा बुद्ध का जन्म आज से 563 ईसवी पूर्व कपिलवस्तु के लुंबनी नामक स्थान में हुआ था। 29 वर्ष की आयु में गृह त्याग कर ज्ञान की खोज में निकल गए थे । बोध गया में उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी । आज ही के दिन बुद्ध का जन्म , ज्ञान प्राप्ति का दिन व महापरिनिर्वाण का दिन भी है बुद्ध ने कहा था कि इस संसार मे दुःख है। दुःख का कारण है तथा दुःख का निवारण भी है जिन्हें चार आर्य सत्य कहा जाता है। तथा बुद्ध के जीवन आदर्शो को बताते हुए रमेश चन्द्रा ने बताया कि बुद्ध द्वारा जो अष्टांग मार्ग बताये गए है उन्हें यथार्थ जीवन मे उतारने की आवश्यकता है व वैज्ञानिक सोच को अपनाने चाहिए। संजय कुमार संजू ने ने कहा कि आज दिन हम शिल्पकार सभा के इस कार्यक्रम के तहत बुद्ध के समता स्वतन्त्रता बन्धुत्व व भाई चारे के सन्देश को अपनाते हुए इनका प्रचार व प्रसार भी करते हैं। इस कार्यक्रम में के एल आर्य, कैलाश आगरकोटी , रमेश चन्द्रा, बची चंद्र, देवेंद्र प्रकाश , राजेश प्रसाद, सुरेश चंद्र चंदन राम व संजय कुमार ने बुद्ध के जीवन व विचारों पर अपने विचार व्यक्त किये। सभी ने एक स्वर पर बुद्ध द्वारा बताए मार्गो को अपने जीवन मे अपनाने व उनका प्रचार प्रसार करने का आव्हान किया ।