हल्द्वानी । रामपुर रोड़ बेल बाबा मन्दिर में 2 सितम्बर से 8 सितम्बर तक आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का आज विधिविधान व मंत्रोच्चारण के साथ समापन हुआ । इस मौके पर आचार्य कमल किशोर पाण्डे, पवन उपाध्याय, नितेश उप्रेती द्वारा हवन-पूजन करवाया गया।
श्रीमद्भागवत कथावाचक, आचार्य नीरज चन्द्र त्रिपाठी ने भगवान श्री कृष्ण एवं राधा के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए प्रेम का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भगवान ने प्रेम का पाठ पढ़ाते हुए भाईचारे का संदेश दिया और समाज में शांति व्यवस्था कायम की तथा सोलह कलाओं से पूर्ण भगवान श्री कृष्ण ने सभी शास्त्रों का कौरव-पांडवों को ज्ञान कराया, लेकिन संपूर्ण महाभारत में धर्म की विजय हुई और अधर्मियों का साथ देने वालों का पतन हुआ। इसलिए हमें भी जीवन में सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए जिससे हमारा कल्याण होगा। क्योंकि हमें यह जीवन विभिन्न योनियों में भ्रमण करने के पश्चात मानव शरीर के रूप में प्राप्त हुआ है तभी तो मानव जीवन को प्राप्त करने के लिए देवता भी लालायित रहते हैं । उन्होंने नाम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कलयुग केवल नाम अधारा सुमर सुमर नर उतरही पारा । सत्संग के माध्यम से उन्होंने बताया कि कलयुग में केवल राम का नाम व कथा सुनने से ही मनुष्य भवसागर को प्राप्त कर सकता है। मानव जीवन में सत्संग बहुत ही आवश्यक है ।भागवत कथा में धर्मप्रेमी श्रोतागण भाव विभोर होकर भक्ति रस का आनंद ले रहे थे ।
कथा संपन्न होने पर यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य यमजमान नवीन चंद्र पाठक व अन्यों भक्तों ने आहूतियां दी।
मौके पर क्षेत्रीय व ग्रामीणों का ब्रह्मभोज में भारी भीड़ रही । वहीं मौके पर विभिन्न साधुसन्त सहित भक्त व श्रोताओं ने भन्डारे में प्रसाद ग्रहण कर किया ।