नैनीताल । कुमाऊँ विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के प्राध्यापक प्रो.नंदगोपाल साहू ने लगातार पिछले छः वर्षों से वैश्विक स्तर पर अपनी शोध उत्कृष्टता जारी करते हुए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की “विश्व के शीर्ष 2 फीसदी वैज्ञानिक 2024” सूची में स्थान बनाए रखा है।
यह प्रतिष्ठित सूची दो प्रकार की रैंकिंग प्रदान करती है—सिंगल-ईयर (2024), जो केवल वर्ष 2024 के शोध प्रभाव को दर्शाती है, और करियर-लॉन्ग, जो पूरे शोध-जीवन के कुल योगदान का सूचक है। 2024 में प्रो. साहू का सिंगल-ईयर रैंक पॉलीमर विज्ञान में 632 और नैनोसाइंस एवं नैनोटेक्नोलॉजी में 761 रहा, जबकि करियर-लॉन्ग रैंक क्रमशः 2,090 और 1,891 है। उनके प्रयोगात्मक और सैद्धांतिक अनुसंधान ने कई उच्च प्रभाव वाले अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित होकर वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय में उन्हें मान्यता दिलाई है।
प्रो. साहू की शोध रुचियाँ विशेष रूप से पॉलीमर और नैनो सामग्री, ऊर्जा भंडारण प्रणालियाँ, पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ रसायन प्रक्रियाएँ और उन्नत सामग्रियों के विकास पर केंद्रित हैं। उनके कार्य ने न केवल अकादमिक क्षेत्र में बल्कि समाज के लिए भी कई लाभ प्रस्तुत किए हैं—जैसे ऊर्जा-कुशल उपकरण, पर्यावरण अनुकूल सामग्री और नए वैज्ञानिक समाधान जो उद्योग और शिक्षा दोनों में उपयोगी हैं। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार, विज्ञान संकाय के डीन, रसायन विभाग, कूटा अध्यक्ष तथा विजेंटिंग प्रोफेसर डायरेक्टोरेट के डायरेक्टर प्रो. ललित तिवारी ने प्रो.नंदा गोपाल साहू को बधाई दी और उनके निरंतर उत्कृष्ट शोध प्रयासों की सराहना की। उनकी लगातार छः वर्षों की वैश्विक मान्यता और शोध योगदान कुमाऊँ विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय हैं और पूरे देश के युवा वैज्ञानिकों और छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
इसके अलावा प्रो. एस एस बरगली पूर्व विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान सिंगल ईयर सहयोग में 2 प्रतिशत वैज्ञानिक सूची में शामिल हुए हैं । डॉ. बरगली ग्लोबल पोजीशन 100890, इकोलॉजी पोजिशन 1481 में स्थान बनाने में कामयाब रहे ।
डीएसबी के पूर्व छात्र डॉ.नीरज पंत 2 प्रतिशत वर्ल्ड साइंटिस्ट की सूची सिंगल ईयर डेटा में स्थान बनाने में सफल रहे । डॉ पंत फिजिक्स तथा एस्ट्रोनॉमी में 3382 स्थान बना सके तथा एन डी ए पुणे में प्रोफेसर हैं।