नैनीताल । आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार से होने वाले प्रशिक्षण का बहिष्कार कर महिला चिकित्सालय के प्रांगण में धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा । आशा वर्कर्स ने प्रशिक्षण भत्ता कम होने पर गहरा रोष व्यक्त किया है । उन्होंने बी डी पांडे अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिये कई चक्कर लगाने को विवश होने के लिये अफसोस व्यक्त किया है ।

इस धरना प्रदर्शन में आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल,गीता नैनवाल,निर्मला चन्द्रा,सुमन बिष्ट,रश्मि राणा, कुसुमलता सनवाल,दुर्गा टम्टा,राधा रानी,दीपा अधिकारी,चन्द्रा सती,शांति आर्या,हेमा ठठोला, तुलसी बिष्ट,गीता जोशी, रमा गैड़ा,कमला बिष्ट,पूनम आर्या,गंगा आर्या,भगवती शर्मा,नीरू पुजारी,मनीषा आर्या,हंसा खड़ायत,विमला साह,माधवी दरमवाल,चंपा जोशी,हेमा आर्या,कांति मनराल सहित बड़ी संख्या में आशा वर्कर मौजूद थे ।

ज्ञापन ।

सेवा में,

श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय

उत्तराखंड सरकार

देहरादून।

 

द्वारा: जिलाधिकारी महोदय नैनीताल।

महोदय

नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में अल्ट्रासाउंड को लेकर गर्भवती महिलाओं को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भारी भीड़ के कारण उनको अल्ट्रासाउंड कराए बिना ही वापस लौटना पड़ रहा है।

ALSO READ:  वार्डों के आरक्षण की भी अंतिम सूची जारी ।

महोदय गर्भवती महिलाओं की सेवा कर रही आशाओं को विभिन्न कारणों से प्रताड़ित होना पड़ रहा है। सभी कर्मचारियों का पैसा बढ़ रहा है। महंगाई लगातार बढ़ रही है लेकिन आशाओं की ट्रेनिंग में दिया जाने वाला पैसा इतना भी नहीं होता कि दूर दराज से आने वाली आशाएं अपना किराया भाड़ा भी दे सके। कभी कभी तो ट्रेनिंग देर तक चलने के कारण उनकी गाड़ी भी छूट जाती है और उन्हें रुकना पड़ता है। क्या न्यूनतम वेतन से वंचित आशाएं अब अपना किराया भाड़ा और रहने का खर्च भी खुद वहन करें यह कहां का न्याय है। साथ ही आशाओं को मिलने वाला विभिन्न मदों का प्रति माह मिलने वाला पैसा छह छह माह तक नहीं मिल रहा है जिसके कारण आर्थिक स्थिति से कमजोर आशाएं बहुत परेशानी का सामना कर रही है।

महोदय एक तो आपकी सरकार आशाओं को न्यूनतम वेतन दिए बिना ही स्वास्थ्य विभाग के सारे काम करा रही है और उस पर जो पैसा मिलना चाहिए वो भी समय पर नहीं दिया जा रहा है। ट्रेनिंग का पैसा घटता जा रहा है और जिन गर्भवती महिलाओं की सेवा के लिए आशाओं को रखा गया है वे अल्ट्रासाउंड के लिए दर दर भटकने पर मजबूर है।

ALSO READ:  जंतु विभाग की शोध छात्रा दीक्षा आर्य को मिली पी एच डी की उपाधि ।

उक्त के आलोक में हम आपसे मांग करते हैं कि –

1. बीडी पाण्डे अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड की उचित व्यवस्था करते हुए या तो हर हफ्ते के दो दिन उनके लिए फिक्स किए जाएं या पुरुष और महिलाओं के लिए अलग अलग

अल्ट्रासाउंड मशीन की व्यवस्था की जाय। 2. आशाओं को ट्रेनिंग के दौरान प्रति दिन पांच सौ रुपए का भुगतान किया जाय। 3. आशाओं को विभिन्न मदों के लिए दिए जाने वाले पैसे कई कई महीनों तक लटकाने के स्थान पर अनिवार्य रूप से हर महीने दिया जाय।

धन्यवाद

कमला कुंजवाल उत्तराखण्ड आशा वर्कश

By admin

"खबरें पल-पल की" देश-विदेश की खबरों को और विशेषकर नैनीताल की खबरों को आप सबके सामने लाने का एक डिजिटल माध्यम है| इसकी मदद से हम आपको नैनीताल शहर में,उत्तराखंड में, भारत देश में होने वाली गतिविधियों को आप तक सबसे पहले लाने का प्रयास करते हैं|हमारे माध्यम से लगातार आपको आपके शहर की खबरों को डिजिटल माध्यम से आप तक पहुंचाया जाता है|

You cannot copy content of this page