नैनीताल । बलियानाला संघर्ष समिति ने बुधवार को कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को ज्ञापन देकर बलियानाले की पहाड़ी में मरम्मत के नाम पर लगातार बढ़ाये जा रहे भार को कम करने की मांग की गई है ।
ज्ञापन में कहा गया है कि नैनीताल शहर को बचाने के लिए बलियानाला को अतिभार से बचाना होगा । नैनी झील के पानी की निकासी छः गेटों से होती है ऐसे में नाले के ऊपर पार्किंग बनाना उचित नहीं है क्योंकि उसका भार बलियानाले पर पड़ेगा । साथ ही तालाब ओवरफ्लो होने पर डाट के पानी का बहाव अनियंत्रित होगा । जिससे बलियानाला सहित तल्लीताल क्षेत्र में भारी भूस्खलन होने के एक बड़ा हिस्सा नैनीताल का बलियानाला में समा जाएगा। कहा कि नैनीताल को बचाने के लिए बलियानाला क्षेत्र को सर्वप्रथम बचाया जाना आवश्यक है। पुराना लकड़ी टाल तल्लीताल में शासन द्वारा प्रस्तावित मैकेनिकल कार पार्किंग प्रस्तावित है । जो नाले पर अतिरिक्त भार होगा । इसलिये उक्त निर्माण पर पुनः विचार कर इस प्रोजेक्ट को तुरंत रोका जाए।
यह ज्ञापन बलियानाला संघर्ष समिति के इंदर नेगी, महेश जोशी, प्रकाश आर्य, राजेन्द्र,भाकपा माले के नगर सचिव अधिवक्ता कैलाश जोशी, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के दिनेश उपाध्याय आदि द्वारा दिया गया ।
श्रमिक नेताओं पर लगे गुंडा एक्ट को निरस्त करने की मांग–:
इधर विभिन्न संगठनों ने कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन देकर सिडकुल पंतनगर,रुद्रपुर के श्रमिकों व श्रमिक नेताओं पर उधमसिंहनगर जिला प्रशासन द्वारा गुंडा एक्ट लगाने की उच्च स्तरीय जांच करने व उन पर लगे एक्ट को रद्द करने की मांग की गई है । कहा कि अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे लोगों पर गुंडा एक्ट थोपना अलोकतांत्रिक है । इसी तरह का मामला देहरादून के अधिवक्ता विकेश नेगी के साथ भी हुआ है । यह ज्ञापन भाकपा माले,उपपा सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों जिनमें कैलाश जोशी, दिनेश उपाध्याय,माया चिलवाल, प्रो.शीला रजवार,प्रताप सिंह खाती, पंकज जोशी आदि शामिल हैं,द्वारा दिया गया ।