छात्र नेताओं से संयम बरतने की अपील ।

नैनीताल । उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ और कुमाऊं विश्वविद्यालय के कर्मचारी संगठनों ने छात्र संघ चुनाव निरस्त होने के पश्चात छात्रों द्वारा किए जा रहे आंदोलन पर अफसोस जाहिर करते हुए विश्वविद्यालयों के कार्य क्षेत्र में शासन के लगातार दखल के चलते उत्पन्न इस स्थिति पर रोष जाहिर किया है एवं छात्रों से शांति बनाने की अपील की है।

 

जानकारी देते हुए उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत, महामंत्री प्रशांत मेहता और कुमाऊं विश्वविद्यालय कर्मचारी संगठनों के महासंघ अध्यक्ष आनंद रावत एवं शाखा अध्यक्ष मोहित सनवाल, गणेश बिष्ट और भगवान ध्यानी ने बताया कि छात्र संघ चुनाव के लिए राज्य के विश्वविद्यालय प्रशासन सितंबर माह से ही अपनी तैयारी कर रहा था जिसमें कर्मचारियों की समान भागीदारी रही है।

 

चूंकि 23 अप्रैल 2024 को राज्य शासन द्वारा जारी अकादमिक कलेंडर में एक प्रवेश, परीक्षा, दीक्षांत, चुनाव की व्यवस्था दी गई है और इसी के चलते विगत वर्ष शासन के निर्णय के बाद ही 7 नवंबर को समस्त विश्वविद्यालयों में एक ही दिन छात्र संघ चुनाव कराए गए थे। इस वर्ष भी उत्तराखंड शासन को ही निर्णय लेना था। पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि अकादमिक कैलेंडर के अनुसार समस्त प्रवेश प्रक्रिया का संचालन शासन द्वारा स्वयं के स्तर से किया जाता है जिसके तहत माह जुलाई में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण हो जानी थी, परंतु प्रवेश हेतु शासन के समर्थ पोर्टल से 30 सितम्बर तक प्रवेश जारी रहे है और वर्तमान में भी दो दिन के लिए पोर्टल खुला है। प्रवेश प्रक्रिया की स्थिति के चलते विश्वविद्यालयों में भारी असमंजस बनाया है और प्रवेश के साथ चुनाव किया तर्कसंगत नहीं रहा।

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संगठनों ने बताया कि विगत वर्षों से विश्वविद्यालय की तमाम व्यवस्थाओं पर उत्तराखंड शासन द्वारा आदेश जारी करते हुए उन्हें लागू करने का निर्देश विश्वविद्यालय को दिया जा रहा है और विश्वविद्यालय के समस्त निर्णय उत्तराखंड शासन द्वारा स्वयं लिए जा रहे हैं तो वर्तमान छात्र संघ चुनाव का निर्णय लेने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालयों पर डाला जाना तर्कसंगत नहीं है।

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संगठनों ने 9 नवंबर से होने वाली सत्रीय परीक्षाओं के दृष्टिगत वर्तमान में हो गई स्थिति पर उत्तराखंड शासन से जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया है और कहा कि पूरे प्रकरण को विभागीय मंत्री डॉ धन सिंह रावत के सम्मुख लाने का निर्णय लिया है। संगठनों ने छात्रों से अकादमिक माहौल के दृष्टिगत शांति बनाने की अपील भी की है। संगठनों की बैठक में उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह, पूर्व महामंत्री डा लक्ष्मण सिंह रौतेला, संयुक्त मंत्री गणेश बिष्ट, संगठन मंत्री नवल किशोर बिनवाल सहित अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए।

 

By admin

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