नैनीताल । एक्टू सहित अन्य केंद्रीय मजदूर संगठनों के राष्ट्रीय आह्वान पर बुधवार को नैनीताल में आशा वर्कर्स ने कार्य बहिष्कार कर जिलाधिकारी वन्दना सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा । इसके अलावा प्रगतिशील भोजनमाता संगठन ने भी जिलाधिकारी के माध्यम से राज्य व केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजा है ।
आशा वर्कर्स यूनियन ने बुधवार को यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल के नेतृत्व में तल्लीताल से कलक्ट्रेट तक रैली निकाली और कलक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा ।
ज्ञापन में पुराने 44 श्रम कानूनों को बहाल करने, चार श्रम संहिताओं को पुनः लागू करने, न्यूनतम वेतन 35 हजार करने, आशाओं को राज्य कर्मचारी का दर्जा देने, आशाओं के शोषण पर रोक लगाने और सेवानिवृत्ति पर आशाओं को पेंशन और एक मुश्त पैंसा देने की मांग मुख्य हैं ।
जिलाधिकारी को ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल, धारी की अध्यक्ष मुन्नी बिष्ट, लीला पांडे,ओखलकांडा की बबिता,रामगढ़ की हेमा बिष्ट,बेतालघाट की बसंती,गरमपानी की नीमा आदि थी ।
जबकि रैली में विमला उप्रेती, भगवती बोहरा, हेमा बिष्ट, मीरा आर्या, इन्दूबाला, चन्द्रा सती, दुर्गा टम्टा, कुसुमलता सनवाल, भगवती शर्मा, गंगा, शान्ती आर्या, नीरू पुजारी, तुलसी बिष्ट, हंसा खड़ायत, सरिता कुरिया, कमला बिष्ट, रमा गैडा, कमला डालाकोटी, कांति मनराल, दुर्गा टम्टा, नीलम बिष्ट, दीपा अधिकारी आदि शामिल थे । रैली में नैनीताल के अलावा बेतालघाट,गरमपानी,रामगढ़,धारी,ओखलकांडा क्षेत्र की आशा वर्कर्स शामिल रही ।
इधर प्रगतिशील भोजनमाता संगठन ने भी रैली निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री व अन्य को ज्ञापन भेजा है ।