नैनीताल । उत्तराखंड हाईकोर्ट के पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश बी सी कांडपाल का मंगलवार को देहरादून स्थित उनके आवास पर निधन हो गया । उन्हें 23 नवम्बर को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था । वे करीब 75 वर्ष के थे ।उनके निधन पर उत्तराखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने शोक व्यक्त किया है ।
स्व.बी सी कांडपाल 1983 में उत्तर प्रदेश उच्च न्यायिक सेवा में शीर्ष रेंक हासिल की थी । वे कानपुर,देहरादून सहित कई जिलों के जिला न्यायाधीश रहे और 2004 में उत्तराखंड हाईकोर्ट के जज बने । 2009 में वे हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश बने । अगस्त 2010 में सेवानिवृत्त होने के बाद वे पब्लिक सर्विस ट्रिब्यूनल,पुलिस कमीशन,उपभोक्ता फोरम आदि के चेयरमेन भी रहे । वर्तमान में वे राजेश्वर नगर फेस -1 देहरादून में रहते थे ।
उनके बड़े पुत्र हिमांशु कांडपाल सेना में कर्नल हैं जबकि छोटे पुत्र भूपेश कांडपाल उत्तराखंड हाईकोर्ट में एडवोकेट हैं । उनकी एक पुत्री भी है और दामाद भारत सरकार के पेयजल विभाग में निदेशक हैं । उनके पास राजस्थान,पंजाब,हरियाणा व हिमांचल प्रदेश का प्रभार है । स्व.न्यायधीश बी सी कांडपाल तीन भाइयों में सबसे बड़े थे । उनके छोटे भाई एम सी कांडपाल उत्तराखंड हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता व हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हैं । जबकि सबसे छोटे भाई आर सी कांडपाल का 2010 में निधन हो गया था ।
मूलतः कौसानी के निकट काटली गांव निवासी स्व.बी सी कांडपाल हाईकोर्ट में न्यायधीश के रूप में काफी लोकप्रिय रहे थे ।
उनके भाई अधिवक्ता एम सी कांडपाल ने बताया कि उनकी अंत्येष्टि बुधवार हरिद्वार में की जाएगी ।