राजकीय प्राथमिक शिक्षक संगठन ओखलकांडा की एक आपात बैठक रविवार को हल्द्वानी में आयोजित की गई ।
बैठक में ओखलकांडा विकासखंड के शिक्षकों के साथ-साथ उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला कार्यकारिणी भी उपस्थित रही । बैठक में विगत 31 मई 2023 को हुई क्षेत्र पंचायत ओखलकांडा की बैठक में ग्राम प्रधानों एवं क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा शिक्षकों एवं अधिकारियों पर अनर्गल आरोप लगाये जाने की आलोचना की गई । बैठक में बताया गया कि विगत लंबे समय से ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं ग्राम वासियों द्वारा समय-समय पर शिक्षकों को डराने धमकाने एवं विद्यालय के अभिलेख दिखाने को बाध्य किया जाता रहा है जिसकी बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं शिक्षकों द्वारा घोर निंदा की गई साथ ही यह भी तय किया गया की भविष्य में यदि किसी जनप्रतिनिधि या ग्रामवासियों द्वारा शिक्षकों के प्रति दुर्व्यवहार की शिकायतें मिलती हैं तो राजकीय प्राथमिक शिक्षक संगठन की ब्लाक कार्यकारिणी एवं जिला कार्यकारिणी द्वारा एवं समस्त शिक्षकों द्वारा इसका विरोध किया जाएगा एवं शिक्षकों को आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होना पड़ेगा ।
वर्तमान में विकासखंड ओखलकांडा में 6 प्राथमिक विद्यालय अध्यापक विहीन एवं चार उच्च प्राथमिक विद्यालय अध्यापक विहीन हैं ।साथ ही लगभग 70 से 80 प्राथमिक विद्यालय एकल अध्यापक के भरोसे चल रहे हैं एवं 10 से 12 उच्च प्राथमिक विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं ।
यहां भौगोलिक विषम परिस्थितियों में भी शिक्षक पूरी तन्मयता से कार्य कर रहे हैं । शिक्षकों की कमी के संबंध में पूर्व में ब्लाक कार्यकारिणी ओखलकांडा द्वारा लिखित में खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी को एवं विधायक भीमताल श्री राम सिंह कैडा को पत्र दिया गया है । शिक्षकों की कमी होने के कारण ओखलकांडा विकासखंड में काफी विषम परिस्थितियां उत्पन्न हो चुकी हैं । यदि भविष्य में किसी भी प्रकार से शिक्षकों को प्रताड़ित किया जाता है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की रहेगी ।
बैठक में वक्ताओं द्वारा कहा गया की जनप्रतिनिधि ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य खुद हल्द्वानी नैनीताल एवं अन्य शहरों में निवास करते हैं और 3 महीने 6 महीने साल भर में गांव में आते हैं और अध्यापकों को कहा जाता है की आप गांव में ही रहेंगे । इस प्रकार की अनर्गल बातों व आए दिन शिक्षकों से दुर्व्यवहार की शिकायतों के कारण शिक्षक हताश और निराश है इसके साथ ही बैठक में मध्यान भोजन की धनराशि बढ़ाए जाने एवं बीआरसी एवं सीआरसी से पुस्तकें विद्यालय तक ले जाने हेतु मार्ग व्यय दिए जाने हेतु प्रस्ताव किया गया । इस संबंध में लिखित में खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी एवं विधायक भीमताल को पत्र लिखा जाएगा । इसके साथ ही महिला कर्मचारियों की सीसीएल समय पर स्वीकृत करवाने हेतु प्रयास करने पर चर्चा की गई । साथ ही बैठक में वर्षों से दुर्गम में कार्य कर रहे शिक्षकों का सुगम में स्थानांतरण होने पर चर्चा की गई ।
जिला कार्यकारिणी से मांग की गई की उक्त कर्मचारियों का सुगम में स्थानांतरण हो एवं महिला कर्मचारियों को स्थानांतरण में अतिरिक्त छूट दी जाए । जिला मंत्री डिगर सिंह पडियार द्वारा कहां गया कि जिला कार्यकारिणी द्वारा विकासखंड की समस्याओं का निदान करने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा शिक्षकों से किए जा रहे दुर्व्यवहार की घोर निंदा की । उन्होंने कहा कि विकासखंड ओखल कांडा की समस्याओं के समाधान हेतु जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं विधायक भीमताल से वार्ता की जाएगी एवं शिक्षकों को किसी भी प्रकार की समस्याएं नहीं आने दी जाएंगी । क्षेत्र पंचायत ओखलकांडा की बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी से अभद्रता की घोर निंदा की गई ।इसके साथ ही बैठक में तय किया गया कि यदि भविष्य में शिक्षकों या अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों द्वारा अनर्गल आरोप लगाए जाते हैं तो समस्त शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे ।बैठक में कहा गया कि जनप्रतिनिधियों द्वारा विकासखंड हेतु सर्वप्रथम शिक्षकों की नियुक्ति हेतु मांग की जाए । किसी भी प्रकार से एकल शिक्षक या अन्य किसी भी शिक्षक को प्रताड़ित ना किया जाए । शिक्षकों के प्रति एवं अधिकारी के प्रति किए गए दुर्व्यवहार के संबंध में शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक भीमताल राम सिंह कैडा एवं ब्लाक प्रमुख श्रीमती कमलेश कैड़ा से मुलाकात करेंगे ।तत्पश्चात शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल एवं मुख्य विकास अधिकारी नैनीताल से भी मुलाकात करेगा ।आज की बैठक में जिला कार्यकारिणी के जिला मंत्री डिगर सिंह पडियार, ब्लॉक अध्यक्ष ओखल कांडा शमशेर डिगारी, ब्लॉक मंत्री गोपाल बिष्ट, कोषाध्यक्ष हीरा बसानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट, श्रीमती दीक्षा नेगी, श्रीमती सीमा गौड़, श्रीमती मनीषा पांगती,भवदेव त्रिपाठी, उदय शंकर ,आनंद बल्लभ मिश्रा, ललित शर्मा, विमल कुमार साहू ,पंकज दर्मवाल, पवन सुयाल ,केवल चंद्र भट्ट, नरेंद्र सिंह बोरा, ईश्वर सिंह बोरा, खीमेश चंद फुलारा, बलवंत सिंह कुंजवाल, नवीन चंद्र ,रमेश चंद्र, गिरीश चंद्र, भुवन चंद्र ,प्रताप सिंह बोरा, मोहन चंद पांडे, भास्कर चंद जोशी आदि उपस्थित रहे