द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेने वाली देश की 15वीं राष्ट्रपति होंगी। वे पहली आदिवासी महिला हैं, जो इस पद तक पहुंची हैं। नवर्निवाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण से पहले राजघाट में जाकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की।

दी जाएगी 21 तोपों की सलामी

  1. शपथ समारोह संसद के सेंट्रल हॉल में होगा। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एन. वी. रमन्ना मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। शपथ ग्रहण के बाद नई राष्ट्रपति देश को संबोधित करेंगी।

 

संसद के सेंट्रल में समारोह के समापन के बाद द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना होंगी, जहां उन्हें एक इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा।

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रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि साल 1977 से लगातार राष्ट्रपतियों ने 25 जुलाई को ही शपथग्रहण की है। भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी। 1952 में उन्होंने पहला राष्ट्रपति चुनाव जीता। राजेंद्र प्रसाद ने दूसरा राष्ट्रपति चुनाव भी जीता और मई 1962 तक इस पद पर रहे। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई, 1962 को राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और वह 13 मई, 1967 तक इस पद पर रहे। दो राष्ट्रपति – जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद – अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके क्योंकि उनका निधन हो गया था। भारत के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई 1977 को शपथ ली। तब से 25 जुलाई को ज्ञानी जैल सिंह, आर. वेंकटरमण, शंकर दयाल शर्मा, के.आर. नारायणन, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद ने इसी तारीख को राष्ट्रपति पद की शपथ ली।

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