डॉ0 हरक सिंह रावत को सम्भवतः अनुमान था कि भाजपा से हटते ही कांग्रेस उन्हें न केवल पार्टी में शामिल कर लेगी वरन उनकी मांगें भी मानी जायेगी । किन्तु उन्हें भाजपा से निष्कासित हुए दो दिन हो गए हैं किंतु उन्हें कांग्रेस में शामिल नहीं किया जा सका है ।जिससे उनकी बेचैनी बढ़ना स्वभाविक है । मंगलवार को डॉ हरक रावत का बयान आया कि उनकी कांग्रेस हाईकमान से बात हो गई है और यदि उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेस से सौ बार भी मांफी मांगनी पड़ती है तो वे इसके लिये तैयार हैं । शायद उन्हें कांग्रेस हाईकमान द्वारा हरीश रावत से बात करने को कहा गया है ।
ज्ञात रहे कि 2016 में हरीश रावत की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को गिराने में डॉ0 हरक सिंह रावत की मुख्य भूमिका थी । जिसके बाद हरीश रावत व डॉ0 हरक रावत के बीच गहरी खाई बन गई थी।