नैनीताल । नैनीताल से भाजपा प्रत्याशी सरिता आर्य के जाति प्रमाणपत्र को उप जिलाधिकारी कार्यालय में चुनौती देने सम्बन्धी शिकायत पर आज सरिता आर्य ने तहसीलदार नैनीताल से शिकायत कर्ता के पत्र की प्रति मांगी । उन्हें आज तहसीलदार नैनीताल के नोटिस का जबाव देना था । सरिता आर्य ने कहा कि उन्हें शिकायत कर्ता के पत्र की प्रति चाहिये ताकि उसका वे जबाव दे सकें ।
इधर आज यहां पत्रकारों से वार्ता में सरिता आर्य ने कहा कि उनकी उनकी मां व पति अनुसूचित जाति के हैं और उनका सम्पूर्ण परिवेश भी अनुसूचित जाति है । इस मामले में अदालतों के निर्णय भी उनके पक्ष में हैं । किंतु बार बार उनकी जाति को लेकर सवाल उठाकर उनकी छवि खराब की जाती है । जब वे नैनीताल पालिका की अध्यक्ष बनी तो संजय कुमार संजू ने उनकी जाति को चुनौती दी और जब 2012 में विधायक बनी तो हेम आर्य ने उनकी जाति पर सवाल उठाए और दोनों बार कोर्ट से उनके पक्ष में फैसला आया । अब वह पुनः विधान सभा चुनाव को लेकर मैदान में हैं तो बागजाला गौलापार निवासी हरीश राम ने उनकी जाति को लेकर शिकायत की है । सरिता आर्य ने कहा कि हरीश राम नामका यह व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ रहा है । ऐसे में इस व्यक्ति द्वारा मेरी जाति को लेकर सवाल उठाना संशय पैदा करता है । आशंका है कि इस व्यक्ति के पीछे राजनीतिक मंशा है और उनके प्रतिद्वंदी इसमें शामिल हो सकते हैं । यह जनता का ध्यान भटकाने व मेरी छवि खराब करने का षड्यंत्र है ।