नैनीताल । सर्वधर्म समभाव के लिये नैनीताल की अक्सर मिसाल दी जाती है । यहां सभी धर्मों के लोग होली,दीवाली, ईद ,लोहड़ी,क्रिसमस मिलकर मनाते हैं । रामलीलाओं में कई पात्रों की भूमिका व पात्रों को तैयार करने की भूमिका मुसलमान निभाते हैं । इस क्रम में एक चर्चित नाम जहूर आलम का भी है । अपनी वेशभूषा, चाल ढाल में वे ठेठ पहाड़ी लगते हैं । कुमाऊंनी बोलते भी हैं । कुमाऊंनी भाषा का उन्हें पर्याप्त ज्ञान है ।कुमाऊंनी होली के साथ ही बैठ होली के वे जानकार हैं और उनकी पहचान शहर के वरिष्ठ होल्यार की है । रंगमंच के अलावा साहित्य में उनकी मजबूत पकड़ है । करीब साढ़े चार दशक पूर्व नाट्य संस्था युगमंच को स्थापित करने वाले संस्थापकों में वे हैं । उनकी कविताएं मुरझाए चेहरों में जोश भरती हैं । नैनीताल समाचार इस वर्ष होली महोत्सव में उन्हें वरिष्ठ होल्यार का सम्मान दे रहा है । जिसके वे हकदार हैं । नैनीताल समाचार के सम्पादक राजीव लोचन साह ने बताया कि यह सम्मान व बैठ होली 16 मार्च को नैनीताल समाचार प्रांगण में 12 बजे से होना है । नैनीताल समाचार की होली महोत्सव का यह 32 वां वर्ष है ।