नैनीताल । अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उत्तराखंड आशा हैल्थ वर्कस युनियन ने शनिवार को बीडी पांडे अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अपनी विभिन्न मांगों के निराकरण हेतू ज्ञापन सौंपा।
उत्तराखंड आशा हैल्थ वर्कस युनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने नाराजी जताते हुए बताया कि 2005 से आशा कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं। जो न्यूनतम मानदेय की बढोत्तरी के लिए सरकार से लगातार गुहार लगाती रही हैं लेकिन दो दशक बाद भी सरकारों ने उनकी मांग की अनदेखी की है ।
कहा कि एक तरफ सरकार महिला सशक्तिकरण की बार करती है एयर दूसरी ओर आशा कार्यकर्ताओं व अन्य मजदूरों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार हो रहा है ।
कुंजवाल ने कहा कि महंगाई के इस दौर में आम मजदूर भी पंद्रह से बीस हजार रुपए महीने कमा रहा है। लेकिन राज्य सरकार उन्हें एक मजदूर के बराबर भी मानदेय नहीं दे रही है।
ज्ञापन में आशा कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी घोषित किये जाने, सेवानिवृत्ति लाभ व पेंशन लागू किये जाने,साल में सर्दी व गरमी की अलग-अलग वर्दी देने,आशाओं का डीजी हेल्थ नियमित मानदेय 2021का प्रस्ताव लागू करके नियमित मानदेय दिए जाने, आशा कर्मचारियों को 18000रुपये प्रतिमाह वेतन दिए जाने, महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत आशा कर्मचारियों को लाभान्वित किये जाने आदि मांग की गई । यह ज्ञापन वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एम एस दुग्ताल के माध्यम से भेजा गया ।
ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल के अलावा प्रेमा अधिकारी,निर्मला चन्द्रा, चन्द्रा सती,प्रभा बिष्ट,नीलम बिष्ट,शांति,कमला बिष्ट,सुधा आर्य,ममता आर्या,पूनम आर्या,पुष्पा आर्या आदि शामिल थे ।