नैनीताल । जाने माने रसायन शास्त्री व दिल्ली विश्व विद्यालय के मुख्य परीक्षा नियंत्रक दीवान सिंह रावत का कुमाऊं विश्व विद्यालय का कुलपति बनाया गया है । राजभवन की औपचारिक मंजूरी मिलते ही उनको कुलपति नियुक्त करने की ऐलान कर दिया गया है ।
प्रो0 दीवान सिंह रावत के नाम रसायन शास्त्र में कई उपलब्धियां हैं । उन्होंने पार्किसन नामक बीमारी की दवा भी ईजाद की है । इस दवा का पेटेंट उनके नाम है । वे वर्तमान में दिल्ली विश्व विद्यालय में रसायन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर व मुख्य परीक्षा नियंत्रक हैं ।
उन्होंने 1985 से 1988 तक भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय से हाईस्कूल व इंटर की शिक्षा ग्रहण की । डी एस बी परिसर से बी एस सी व एम एस सी करने के बाद उन्होंने सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट लखनऊ से मेडिकल कैमिस्ट्री में पी एच डी की । उन्होंने फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री से अपने कैरियर की शुरुआत की और अपने रिसर्च के बूते देश व दुनिया में धाक जमाई । वे मूलतः बागेश्वर के रहने वाले हैं ।
सूत्रों के अनुसार कुमाऊं विश्व विद्यालय के कुलपति के सर्च हेतु राजभवन द्वारा गठित कमेटी के समक्ष 100 से अधिक प्रोफेसरों ने आवेदन किया था । जिनकी छंटनी के बाद 5 आवेदन बचे थे । जिनमें से प्रो0 दीवान सिंह रावत के नाम पर सहमति बनी ।
प्रो0 दीवान सिंह रावत के कुलपति बनने पर भाजपा नेता प्रमोद बिष्ट, भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय के प्रधानाचार्य विशन सिंह मेहता, कूटा का अध्यक्ष प्रो0 ललित तिवारी, कुमाऊं विश्व विद्यालय के कर्मचारी नेता भूपाल सिंह करायत, डॉ0 लक्ष्मण सिंह रौतेला, कुलदीप बिष्ट, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डॉ0 मनोज बिष्ट गुड्डू , प्रो0 नीता बोरा शर्मा, अधिवक्ता ज्योति प्रकाश सहित कई अन्य ने खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है ।