नैनीताल । अधिवक्ता परिषद उच्च न्यायालय इकाई द्वारा बार सभागार में आयोजित स्वाध्याय मंडल में अधिवक्ताओं द्वारा बाबा साहब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर का भारतीय कानूनों को मार्गदर्शन हेतु अविस्मरणीय योगदान विषय पर विचार विमर्श किया गया ।
इस परिचर्चा में हमारी न्याय प्रणाली की व्यवस्था का प्रहरी संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों पर व्यापक चर्चा की गई। वक्ताओं द्वारा बताया गया कि अनुच्छेद 226 के अन्तर्गत उच्च न्यायालय को नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिये व्यापक अधिकार प्राप्त है जिसके लिए प्रत्येक भारतीय नागरिक संविधान के अनुच्छेद 226 अपने मौलिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए पिटीशन फाइल कर सकता है।
इस बैठक में उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित विभिन्न संवैधानिक व्यवस्थाओं व संविधान के निर्वाचन का भी उल्लेख किया।
इस स्वाध्याय मण्डल में मुख्य वक्ता जे पी जोशी के अतिरिक्त , दिनेश रावत, विकास, भास्कर चंद्र जोशी, राहुल कंसल, शशिकांत शांडिल्य, , अविदित नौलियाल आदि अधिवक्ताओं ने विषय पर प्रकाश डाला। स्वाध्याय मंडल में रवि बिष्ट, कौशल जगाती, ममता जोशी, विश्वकेतु वैद्य,तपन सिंह, गोपाल के वर्मा, आशुतोष पोस्ती, विरेन्द्र रावत, निखिल बिष्ट , लोकेन्द्र डोभाल, , सचिन मेहता, अक्षय लटवाल, भुवनेश जोशी सहित कई अधिवक्ता मौजूद थे।