नैनीताल । भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय मल्लीताल में चल रहे तीन दिवसीय बाल फिल्म समारोह का गुरुवार को विधिवत समापन हो गया।
समापन दिवस समारोह की शुरुआत संगीत शिक्षिका नेहा आर्या द्वारा संगीतबद्ध किए गए हीरा सिंह राणा के गीत
‘लस्का कमर बाँधा हिम्मत का साथा’ के सामूहिक गायन से हुई।
उसके पश्चात बच्चों ने कंचे और पोस्टकार्ड, चंदा के जूते के अलावा कैनेडियन फिल्मकार नॉर्मन मैक्लॉरेन निर्देशित डाक्यूमेंट्रीज देखी।
रिदम जानवे की निर्देशित फिल्म कंचे और पोस्टकार्ड फिल्म एक बच्चे विपिन की भावनाओं पर आधारित थी, जिसमें वह दूसरे बच्चों को देखकर कंचे खेलना चाहता है, लेकिन उसके मामा नहीं खेलने देते। वे उसे वालीबॉल, फुटबॉल जैसे खेल खेलने के लिए कहते हैं।
चंदा और जूते फिल्म वंचित समुदाय की एक ऐसी बच्ची की कहानी है स्कूल में जूते पहनना पसंद नहीं।फिल्म वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की गहन विश्लेषण करती दिखती है।
कैनेडियन फिल्मकार नॉर्मन मैक्लॉरेन की बच्चों ने दो लघु फिल्में द चेयरी टेल और द नेबर देखी।द चेयरी टेल कैसे कुर्सी अपने ऊपर बैठने वाले को नखरे दिखाती है पूर्वक व्यंग्य है तो द नेबर पड़ोसियों से संबंध कैसे होने चाहिए पर केंद्रित है।इस मौके पर प्रधानाचार्य डॉ बिशन सिंह मेहता,फिल्म महोत्सव आयोजक नवेंदु मठपाल, डॉ रेनू बिष्ट,शाहनवाज, डा हिमांशु पांडे मौजूद रहे।