नैनीताल । पहाड़ की महिला व बेटियों के कठिन संघर्ष से सभी वाकिफ हैं । लेकिन जब कभी किसी महिला या बेटी के घास काटते समय चट्टान या पेड़ से गिरकर मौत होने की सूचना मिलती है तो दिल बैठ सा जाता है । उस पर चिकित्सा सेवा के अभाव में घायल को समय पर उपचार न मिलना पहाड़ की दुर्दशा को बयां करता है । इसी तरह का एक वाक्या गंगोलीहाट में हुआ है ।
बताया गया है कि गंगोलीहाट के पव्वधार कुनारू ग्राम निवासी अनामिका 17 वर्ष पुत्री अर्जुन सिंह गुरुवार को पेड़ से गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गई थी, जिसे परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट ले गए। जहां से बालिका को पिथौरागढ़ को रिफर कर दिया।
किन्तु पिथौरागढ़ को ले जाते समय पनार के समीप घायल बालिका ने दम तोड़ दिया । परिजन पनार से वापस गंगोलीहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां डॉक्टर ने बालिका को मृत घोषित किया । इधर परिजनों ने आरोप लगाया है कि यदि गंगोलीहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्था होती तो उनकी बेटी की जान बच जाती । किन्तु यह बदहाली इस बच्ची को निगल गई ।