नैनीताल । ओखलकांडा ब्लॉक का दिगौली गांव नैनीताल व चम्पावत जिले की सीमा में है । इस गांव में सड़क सुविधा तो दूर, गांव के एक तोक से दूसरे तोक में जाने के लिये रास्ते तक नहीं हैं। इस गांव में बिजली के पोल खराब हालत में हैं । जल स्रोत(नौले) क्षतिग्रस्त हैं । गांव में सोलर लाइट नहीं लग सकी हैं । इन समस्याओं को लेकर दो दिन पूर्व दिगौली निवासी व नैनीताल जिला कोर्ट में अधिवक्ता उमेश भट्ट ने जिलाधिकारी वंदना सिंह को ज्ञापन दिया था । जिस पर जिलाधिकारी ने ब्लॉक,बिजली, पानी, उरेडा आदि विभागों के अधिकारियों को दिगौली गांव जाने को कहा था और आज ब्लॉक व उरेडा के अधिकारी गांव पहुंचे और उन्होंने गांव के हालात देखे । बिजली व पानी के विभागीय अधिकारियों ने गांववासियों से सम्पर्क किया है । इन अधिकारियों के पहली बार गांव पहुंचने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल था । उन्होंने जिलाधिकारी वंदना सिंह के प्रति आभार जताते हुए जिंदाबाद के नारे लगाए । ग्रामीणों को अब गांव की छोटी छोटी समस्याओं के निराकरण की उम्मीद है ।
दिगौली निवासी भैरव दत्त भट्ट, हरीश भट्ट, गिरीश सोराड़ी,भुवन सौराड़ी, अम्बादत्त, रमेश राम,कुन्दन राम,वृजेश जोशी,रमा भट्ट,तुलसी सौराड़ी,घनश्याम,हीरा बल्लभ आदि ने अधिकारियों का स्वागत करते हुए जिलाधिकारी के प्रति आभार जताया ।
दिगौली गांव नैनीताल व चम्पावत जिले का सीमावर्ती गांव है जो नैनीताल जिला मुख्यालय से करीब 110 किलोमीटर दूर स्थित है। वर्तमान समय में यहां 15 परिवार निवास करते हैं। इसमें अनुसूचित जाति के सात परिवार शामिल हैं।
इधर भाजपा नगर अध्यक्ष आनंद बिष्ट, पूर्व जिला महामंत्री दया किशन पोखरिया, अरविंद पडियार,उमेश भट्ट, नगर उपाध्यक्ष मोहित साह,मोहन नेगी ने जिलाधिकारी की इस त्वरित कार्यवाही का स्वागत करते हुए आशा व्यक्त की है कि उनकी इस कार्यशैली से दूरस्थ गांवों का विकास हो सकेगा।