नैनीताल । भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय के पूर्व छात्र डॉ0 संदीप पांडे को दक्षिण कोरिया के प्रमुख विश्व विद्यालय में पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्चर पद मिलने पर शनिवार को विद्यालय में उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया और उनका शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया । इस अवसर पर डॉ0 संदीप पांडे ने विद्यालय के छात्र छात्राओं से अपना लक्ष्य तय करने व लक्ष्य प्राप्ति हेतु प्रयत्न करने को कहा ।
विद्यालय के प्रधानाचार्य विशन सिंह मेहता ने डॉ0 संदीप पांडे को शुरू से ही अनुशासित व मेधावी छात्र बताया और अब उन्होंने अपना मुकाम पाया है । इस मौके पर उप उप प्रधानाचार्य प्रवीण सती,डॉ0 प्रह्लाद,नीलम जोशी, मीनाक्षी, शहनवाज,अशोक साह, दरपान सिंह,उत्कर्ष बोरा,गोविंद बोरा,रेनु बिष्ट,नवीन पाठक ,मुक्ता चौधरी ,गीतिका नेगी, महेश ,अवंतिका गुप्ता, निशा बनौला,आलोक भट्ट, चंद्रप्रकाश, वर्मा, सागर सिंह, नेहा आर्य सहित समस्त शिक्षक,शिक्षिकाएं,विद्यार्थी व स्टाफ मौजूद था ।
ज्ञात हो कि कुमाऊं विश्व विद्यालय के प्रो० राजेन्द्र सिंह नैनोसाइस रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व शोध छात्र डॉ० संदीप पाण्डे को दक्षिण कोरिया के प्रमुख फोनक विश्वविद्यालय में पोस्टडॉक्टोरल रिसर्चर पद प्राप्त हुआ है। डॉ० संदीप पाण्डे भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय के पूर्व छात्र रह चुके है। सैनिक विद्यालय से इंटरमीडिएट की परीक्षा ससम्मान उत्तीर्ण करने के उपरान्त डॉ० संदीप पाण्डे ने स्नातक व परास्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद डी०एस०टी० इन्सपायर फैलोशिप हासिल कर प्रो० नन्द गोपाल साहू के निर्देशन में पी०एच०डी० मे प्रवेश लिया। डॉ० संदीप पाण्डे ने बताया की माता-पिता के अकाल स्वर्गवास हो जाने के बाद प्रो० नन्द गोपाल साहू ने उनको मार्गदर्शन किया एवं शोध के लिए डॉ० संदीप की लगन को देखते हुए प्रो० साहू ने अपना संपूर्ण मार्गदर्शन दिया। प्रो० साहू व डॉ संदीप की टीम ने मिलकर उत्तराखण्ड व भारत से प्रथम व्यर्थ प्लास्टिक से गाफिन निर्माण’ विधि को प्रमाणित कर पेटेंट हासिल किया। उनकी टीम द्वारा (03) भारतीय, (04) अंतराष्ट्रीय पेटेंट हासिल किये जा चुके है साथ ही अन्य (09) पेटेंट (ग्राफिन आधारित) भी प्रकाशित किये जा चुके है। इसके अलावा डॉ० संदीप (20) से अधिक अंतराष्ट्रीय शोध पत्र (07) बुक चैप्टर्स 22) राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी शोधपत्र व 7 से अधिक Young Scientist Awards, Innovator Of The Year Award भी प्राप्त कर चुके है।डॉ० संदीप ने बताया कि ग्राफीन की उपयोगिता व ग्राफीन निमार्ण विधि में दक्षता होने के चलते उन्हे संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की एक प्रतिष्ठित कंपनी व United Kingdom. London की स्वानसी विश्वविद्यालय की Start Up Company भी फोसमेंट मिला था। परन्तु शोध कार्य को जारी रखने हेतु उन्होने दक्षिण कोरिया का निर्णय लिया।
अपनी इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने स्व माता पिता (श्रीमती दीपा पाण्डे व श्री गिरिश चन्द्र पाण्डे ) प्रा० नन्द गोपाल साहू व श्रीमती कोहली साह, अपनी धर्मपत्नी श्रीमती लता पाण्डे व पुत्री सुश्री संपूर्णा पाण्डे, डॉ० सर्वेन्द्र राणा, डॉ० राजीव कुमार सिंह, अपने बड़े भाई इंजीनियर गौरव पाण्डे व अपने समस्त मित्रगणों को दिया है।