(एस आर चंद्रा) भिकियासैंण। उत्तराखंड प्रदेश के अल्मोड़ा जनपद, चौखुटिया विकासखंड के मासी बाजार में बीते दिनों से पीएमजीएसवाई परथोला मासी रोड के निर्माण को पूरा करने के लिए धरने पर बैठे आंदोलनकारियों ने रणनीति में बदलाव करते हुए, आज से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। पूर्व योजना के अनुसार लिखित क्रमिक अनशन की जानकारी शासन प्रशासन को देने के बावजूद सरकार का कोई नुमाइंदा आंदोलनकारियों की सुध लेने भी नहीं पहुंचा।परथोला मासी रोड को अधूरे में रोक दिए जाने से नाराज़ ग्रामीण लगातार 9वें दिन भी क्रमिक अनशन पर बैठ गए हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत स्वीकृत मासी -परथोला 6 किलोमीटर तक सड़क का निर्माण कार्य बीच में रोकने से नाराज अनेकों गांवों के ग्रामीण और महिलाओं के साथ जिला पंचायत उपाध्यक्ष कांता रावत भी धरना स्थल पर पहुंच गई। उन्होंने फूल मालाओं से आंदोलनकारियों का स्वागत और समर्थन करते हुए कहा कि सरकार को जल्द ही आंदोलनकारियों की मांगो का मान लेना चाहिए अन्यथा आंदोलन उग्र रूप ले सकता है।उन्होंने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व जानकारी होने के बावजूद भी प्रशासन का कोई नुमाइंदा आंदोलनकारियों की सुध लेने नहीं पहुंचा जो प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। स्थल पर बैठे आंदोलनकारी महिलाओं ने शासन- प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि प्रशासन की नाकामी और स्थानीय विधायक,जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी की अनदेखी और आपसी सांठगांठ से मासी से परथोला तक की सड़क बीच से ही रोक दी गई है। बता दें कि 5अगस्त से क्रमिक अनशन और मांगी गई मांगो की पूर्ति नहीं होने पर अनशन की सूचना प्रशासन को भेजी हुई है। जब तक प्रशासन की नींद नहीं खुलती आंदोलन जारी रहेगा। बता दें कि इस आंदोलन में परथोला,गोगता, चौना, कनोनी, गाजर सहित विभिन्न गांव के पुरुष और महिलाओं का पूरा समर्थन मिल रहा है। आंदोलन के 9वें दिन रामसिंह बंगारी, बचे सिंह नेगी, बचीराम,प्रेम बल्लभ दैबतुल्ला क्रमिक अनशन पर बैठे। उनके समर्थन के लिए शिवदत्त जुयाल,आनंद सिंह बंगारी,सीताराम जुयाल, हरिदत्त, बद्रीलाल वर्मा, प्रेम बल्लभ,सतीश जुयाल, दिनेश कुमार, भावना जुयाल, प्रेम सिंह बंगारी,मनीराम,भवानीलाल, दीपा पंत, हीरा बल्लभ, दयासागर, गणेश सिंह, गोपालदत्त जुयाल, धनसिंह, गोपाल सिंह बंगारी, महेश चंद जुयाल, गंगा देवी,भगवती, कमला जोशी,उम्मेद राम, सरूली देवी,जगदीश चंद्र, देवली देवी, कांता रावत, हेमा देवतल्ला, शकुंलता देवी, सुरेश चंद, रमोती देवी, प्रेम राम, खुशाली राम,चंपा देवी, अम्बा देवी, शोभा, चना देवी, हेमा देवी, अर्जुन सिंह, नंदी देवी, नंदकिशोर पंत, पार्वती देवी, धनीराम, मायादेवी, भोला दत्त पंत, कमला देवी,भगवती देवी, किशोरीलाल, भगवती देवी, देवकीदेवी, हरिसिंह, करण बलोदी,नंदी देवी, लछिमा देवी,लीला देवी, किशनसिंह, बसंती देवी, बहादुर सिंह, आदि भारी में मौजूद रहे ।