नैनीताल । अयोध्या में श्रीराम मंदिर की पुनर्स्थापना में भारत रत्न पं.गोविंद बल्लभ पंत के योगदान को स्मरण करने के लिये बुधवार को मल्लीताल में पण्डित गोविंद बल्लभ पंत जयंती समारोह समिति के तत्वाधान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ । इस मौके पर पण्डित गोविंद बल्लभ पंत की प्रतिमा में माल्यार्पण किया गया ततपश्चात भगवान राम के भजनों में रामभक्त जमकर थिरके । कार्यक्रम में कुमाउनी परिधानों में सजधजकर पहुंची महिलाओं ने झोड़े भी गाये ।
बुधवार को पूर्वान्ह में बड़ी संख्या में रामभक्त मल्लीताल पन्त पार्क में जमा हुए । इस मौके पर पन्तजी की प्रतिमा में माल्यार्पण के बाद भगवान राम के भजनों में समारोह में शामिल लोगों ने जमकर नृत्य किया और महिलाओं ने झोड़े गाये ।
पण्डित गोविंद बल्लभ पंत जयंती समारोह समिति के मुख्य संयोजक पूरन सिंह मेहरा ने कार्यक्रम में पहुंचे सभी लोगों का स्वागत करते हुए बताया कि
1949 में जब अयोध्या गर्भगृह में रामलला विराजमान हुए उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भारत रत्न पं गोविंद बल्लभ पंत थे। उन्होंने
तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल लाल नेहरू के दबाव के बावजूद बडी
राजनैतिक सूझबूझ का परिचय दिया और कोई बड़ा साम्प्रदायिक तनाव नहीं होने दिया । उन्होंने तमाम दबावों के बाद भी गर्भगृह में ताला लगवा दिया और नित्य पूजा अर्चना के लिए पुजारी की नियुक्ति करवा दी। जिससे बाद में राममंदिर निर्माण के लिये बड़ी मदद मिली ।
इस मौके पर विधायक सरिता आर्य, पन्त जयंती समारोह समिति के प्रदेश संयोजक गोपाल रावत, राजेश कुमार,ललित भट्ट,सांसद प्रतिनिधि गोपाल रावत,दीप पन्त,भाजपा नगर अध्यक्ष आनन्द बिष्ट, भूपेंद्र बिष्ट, दयाकृष्ण पोखरिया, विकास जोशी, खजान भट्ट, प्रकाश आर्य,कैलाश जोशी, पंकज अद्वेती, जुगल किशोर मठपाल,विमला अधिकारी, जीवंती भट्ट,गजाला कमाल, प्रगति जैन, लता दफौटी, हेमा बिष्ट,कविता गंगोला,प्रगति जैन, हेमलता पांडे,जानकी पालीवाल,पूर्व दर्जा मंत्री रईस अहमद,के एल आर्य, वाल्मीकि सभा के पूर्व अध्यक्ष मनोज कुमार, विक्रम रावत, मोहन नेगी,विक्की राठौर सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति व अन्य रामभक्त शामिल थे ।