शैक्षिक सत्र को पटरी पर लाने में कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा की गई अहम पहल
नैनीताल । स्नातकोत्तर विषम सेमेस्टर की परीक्षा में आनुपातिक शिक्षण अवधि के दृष्टिगत प्रश्नपत्र में कुल प्रश्नों को हल करने की संख्या को आनुपातिक रूप से घटाते हुए अधिक विकल्प प्रदान किये जा रहे है।
उत्तराखण्ड शासन से प्राप्त दिशानिर्देशों के क्रम में कुलपति प्रो० दीवान सिंह रावत द्वारा शैक्षिक सत्र को नियमित करने हेतु विशेष प्रयास किया जा रहा है एवं उनके आदेशों के अनुपालन में इस सन्दर्भ में परीक्षा अनुभाग द्वारा 29-01-2024 को संकायाध्यक्षों एवं पाठ्यक्रम समन्वयकों की एक आनलाईन बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में सर्वसम्मिति से निर्णय लिया कि अधिकतम विषयों में 70 से 80 प्रतिशत पाठ्यक्रम पूर्ण हो पाया है अतः माह नवम्बर से प्रारम्भ शिक्षणकाल के आनुपातिक क्रम में प्रश्नपत्र में अधिक विकल्प देते हुए 6 फरवरी 2024 से परीक्षा प्रारम्भ करवा ली जाय। इसी के साथ व्यापक छात्र हित को देखते हुए प्रश्नपत्रों में विकल्पों की संख्या में वृद्धि की गई है। खण्ड ए में जहा पूर्व में 8 में से 5 प्रश्नों को हल करने का विकल्प था वही इस बार खंड ए में 8 में से 4 विकल्प दिया गया है। इसी प्रकार खण्ड बी में जहाँ पूर्व में 5 में से 3 प्रश्नों को हल करने का विकल्प था वही इस बार खण्ड बी में 5 में से 2 प्रश्नों को हल करने का विकल्प प्रदान किया गया है।
विश्वविद्यालय फरवरी माह में स्नातकोत्तर विषम सेमेस्टर की परीक्षा करवाने के लिए तैयारी पूर्ण कर ली गई है ताकि आगामी शैक्षिक सत्र नियमित किया जा सके।