नैनीताल। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद नैनीताल की मंगलवार को हुई वर्चुअल बैठक में कर्मचारियों से संबंधित अनेक मांगों पर गहन विचार विमर्श किया गया।
बैठक में विगत दिनों एक सोशल मीडिया के द्वारा कुमाऊं विश्वविद्यालय के संबंध में लगाए जा रहे अनर्गल बयान बाजी से विश्वविद्यालय की खराब हो रही छवि पर गहरी चिंता एवं रोष व्यक्त किया गया तथा संबंधित प्रशासन से मांग की गई उक्त आरोपों की यथा शीघ्र निष्पक्ष जांच कर नियमानुसार आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाये। परिषद के जिलाध्यक्ष असलम अली ने बताया कि बैठक में उपस्थित वक्ताओं द्वारा परिषद की प्रांतीय कार्यकारिणी के द्वारा शासन के समक्ष उठाये जा रही विभिन्न मांगों पर गहन विचार विमर्श किया गया।
कहा कि जनप्रतिनिधियों के दबाव में आकर कतिपय अधिकारियों द्वारा बिना किसी जांच के कर्मचारियों की स्थानांतरण किए जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया। बैठक में स्थानांतरण नीति में कर्मचारी हितों को देखते हुए आवश्यक बदलाव करने तथा से 30 जून तथा 31 दिसंबर को सेवानिवृत्ति हो रहे कर्मचारी के हितों के लिए नोशनल वेतन वृद्धि लागू करने की मांग की गई।
इसके अतिरिक्त बैठक में विगत दिनों एक सोशल मीडिया द्वारा कुमाऊं विश्वविद्यालय के खिलाफ लगातार लगाये जा रहे आरोपों से विश्वविद्यालय एवं परिषद के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि की छवि धूमिल किए जाने पर गहरा रोष एवं चिंता व्यक्त की गई,साथ ही प्रशासन से मांग की गई है उक्त आरोपों की निष्पक्ष जांच कर तुरंत विधिक करवाई की जाये। बैठक की अध्यक्षता परिषद के जिला संरक्षक बहादुर सिंह बिष्ट तथा संचालन परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष गिरजेश कांडपाल द्वारा किया गया।
बैठक में परिषद के प्रांतीय कोषाध्यक्ष रमेश सिंह कनवाल, तनवीर असगर, जगदीश सिंह बिष्ट, इसरार बेग, रणजीत सिंह थापा, परिषद के कोषाध्यक्ष दीपक सिंह बिष्ट,डीएसबी परिसर शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गणेश सिंह बिष्ट,मो असलम सहायक विकास अधिकारी, संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार भट्ट, दिनेश चंद जोशी,भूपाल सिंह बिष्ट, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष आनंद सिंह जलाल, सत्य प्रकाश द्विवेदी, विवेक सिंह, आनंद बल्लभ पांडेय, मदन सिंह, राजेश चन्द्र तथा राजेंद्र प्रसाद टम्टा तथा संजय कुमार सहित कई कर्मचारी प्रतिनिधि उपस्थित थे।