बागेश्वर । उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की बागेश्वर जिला इकाई ने इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिट्स ( IFWJ) का 75 वां स्थापना दिवस अनोखे अंदाज में मनाया।
इस पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के सदस्यों ने यूनियन की बागेश्वर जिला इकाई के अध्यक्ष किशन सिंह मलड़ा एवं वरिष्ठ पत्रकार रमेश पाण्डे ‘कृषक’ की अगुवाई में वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया। पर्यावरणीय दृष्टि से बहुउपयोगी सिलंग का पौधा लगाया।
ज्ञातव्य है कि विशालकाय प्रजाति का सिलंग पर्यावरण हितैषी एवं बहुउपयोगी वृक्ष है। सिलंग का वृक्ष न केवल जल संग्रह एवं वायु को प्रदूषण मुक्त करता है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी इस वृक्ष की विशेष महत्ता है। जब सिलंग में फूल लिखते हैं, इसके फूलों की सुगंध से छह- सात किलोमीटर का दायरा महक उठता है। सिलंग के फूलों से विशेष प्रकार की मिठाई बनती है। सुगंधित तेल बनता है। चीन में इसके फूलों का उपयोग उच्च कोटि की चाय बनाने के लिए भी किया जाता है। कई स्थानों में इसके फूलों का उपयोग वस्त्रों को कीटनाशकों से सुरक्षित रखने के लिए भी किया जाता है। सिलंग के फूलों के मानिंद आईएफडब्ल्यूजे भी सदैव महकता रहे, इस दृष्टि से बागेश्वर के श्रमजीवी पत्रकारों ने आईएफडब्ल्यूजे के 75 वें स्थापना दिवस के मौके पर सिलंग का पौध रोपा।
इससे पहले आईएफडब्ल्यूजे के 75 वें स्थापना दिवस के मौके पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष किशन सिंह मलड़ा की अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में आज से 75 वर्ष पूर्व आईएफडब्ल्यूजे की स्थापना करने वाले सभी ज्ञात एवं अज्ञात मूर्धन्य पत्रकार पुरखों का श्रद्धापूर्वक स्मरण किया गया। आईएफडब्ल्यूजे को मौजूदा मुकाम तक पहुँचाने में अविस्मरणीय योगदान प्रदान करने के लिए स्वर्गीय डॉक्टर के. विक्रमराव जी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई और उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई।
गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार रमेश पाण्डे ‘कृषक’ यूनियन की जिला उपाध्यक्ष सुश्री सीमा खेतवाल, सचिव दीपक जोशी, कोषाध्यक्ष मनोज टंगड़िया, रमेश पर्वतीय, कृष्णा गड़िया, भगवत नेगी एवं विपिन जोशी आदि पत्रकारों ने अपने विचार व्यक्त किए। तय किया कि श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की बागेश्वर जिला इकाई आईएफडब्ल्यूजे के 75 वें स्थापना वर्ष को पर्यावरण संरक्षण वर्ष के रूप में मनाएगी। पूरे वर्ष पर्यावरण हितैषी वृक्षों का रोपण किया जाएगा। वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने में किशन राम, सूरज , जोगा गिरी, कैलाश गिरी पूर्व प्रधान मण्डलसेरा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।


