भीमताल। उत्तराखंड ग्राम्य विकास मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन ने सल्ट के नव निर्वाचित विधायक के कर्मचारी विरोधी बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा यदि अनावश्यक रूप से कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जायेगा तो उसका तीव्र विरोध होगा। उत्तराखण्ड ग्राम्य •विकास मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रान्तीय अध्यक्ष केपी मेहता ने कहा कि सल्ट के नव निर्वाचित विधायक महेश जीना का कर्मचारी विरोधी बयान निंदनीय है। इससे समस्त कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि कार्मिको को नियम विरुद्ध कार्य करवाने के लिए जनप्रतिनिधि ही अनावश्यक दबाव डलवाते हैं। कार्मिकों ने निष्पक्ष रूप से विधान सभा के चुनाव सम्पन्न करवाए हैं। यदि किसी जनप्रतिनिधि ने कार्मिको का अनावश्यक उत्पीड़न किया तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा।
उधर अल्मोड़ा में मिनिस्ट्रियल फ़ेडरेशन ने मंगलवार को कार्यालय समय के बाद सभा कर विधायक जीना के खिलाफ नारेबाजी की। इस सभा को फ़ेडरेशन के कुमाऊं अध्यक्ष धीरेंद्र पाठक, अल्मोड़ा अध्यक्ष पुष्कर भैसोड़ा आदि ने सम्बोधित किया तथा कहा कि भविष्य में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर गैर मर्यादित बयान जारी करने वाले जनप्रतिनिधियों को कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार किये जाने हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया जाय। सभा में शिक्षक समन्वय समिति के अध्यक्ष डा. मनोज जोशी, जिला मंत्री भूपाल चिलवाल, पूरन सिंह रौतेला, संजय बिष्ट युगल मठपाल, महेंद्र गुसाई सेवानिवृत्त मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पीएस बोरा, प्रवेश जोशी, राजस्व संघ के रमेश सिंह बजेली, मनोज फर्त्याल, सुरेन्द्र मर्तोलिया, राजेश आर्या, अशासकीय शिक्षक संघ के हीरा मेहरा, अशोक रावत, महिपाल सिंह रावत, गणेश भट्ट आदि कर्मचारी उपस्थित थे।