उपपा ने धूमधाम से मनाई अपनी सोलहवीं वर्षगांठ । कहा- उपपा के उठाए आंदोलनों पर चलने को विवश हैं राष्ट्रीय दल ।
अल्मोड़ा । अपने 16 वें स्थापना दिवस पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था परिवर्तन के साथ उत्तराखंडी अस्मिता की रक्षा की संकल्प के साथ मैदान में उतरी पार्टी ने अपने जन के आंदोलनों के माध्यम से उत्तराखंड की राजनीति को एक नई दिशा दी है । जिसके चलते आज कांग्रेस, भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियां व अनेक क्षेत्रीय दल भी उपपा द्वारा उठाए गए आंदोलन के इर्द-गिर्द राजनीति करने को मजबूर हुए हैं।
पार्टी के सोलहवें स्थापना दिवस पर यहां शिखर होटल अल्मोड़ा के सभागार में विभिन्न क्षेत्रों से आए आंदोलन से जुड़े पार्टी कार्यकर्ताओं/ समर्थकों को संबोधित करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि चुनावी छल कपट व फरेब से हटकर राजनीति करते हुए परिवर्तन पार्टी आज राज्य में विश्वसनीय क्षेत्रीय पार्टी के रूप में स्थापित हो चुकी है जिस पर जनता अपना भरोसा व्यक्त करने लगी है और पार्टी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता के चलते सत्ता के संरक्षण में पल रही प्राकृतिक संसाधनों की लूट, अन्याय, अत्याचार, भेदभाव और असमानता जैसे मुद्दों पर समझौता विहीन संघर्ष चलाने की हिम्मत रखी है।
इस दौरान पार्टी अध्यक्ष ने पार्टी की स्थापना के उद्देश्यों, उसके संघर्षों की निरंतरता और पार्टी के सामने खड़ी हो रही चुनौतियों पर विस्तार से अपनी बात रखी। लगभग चार घंटे चली गंभीर चर्चा व विमर्श में पार्टी कार्यकर्ताओं को विभिन्न आंदोलनों से जुड़े साथियों ने पार्टी के क्रियाकलापों की समीक्षा करते हुए पार्टी के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
इस दौरान पार्टी के केंद्रीय महासचिव एडवोकेट नारायण राम, पार्टी की केंद्रीय उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा, मोहम्मद साकिब, बसंत खनी, हेम पांडे, किरन आर्य, एडवोकेट जीवन चंद्र, वरिष्ठ पत्रकार नवीन बिष्ट, विनोद जोशी, हर सिंह, श्रमिक नेता हरीश बिष्ट, गिरधारी कांडपाल, अशोक शाह, सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट विनोद तिवारी, थर्ड यूनियन के मोहम्मद नाजिम, नरेंद्र मोहन पंत, लोक वाहिनी के दया कृष्णा कांडपाल, स्वाति तिवारी, श्रीमती विमला आर्य, धीरेंद्र मोहन पंत समेत अनेक लोगों ने अपनी बात रखी व दर्जनों लोगों ने इस अवसर पर आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया।