(माधव पालीवाल)
नैनीताल । विधान सभा चुनाव हेतु मतदान के बाद नैनीताल सीट पर भाजपा व कांग्रेस के अपने अपने जीत के दावे हैं । भाजपा जहां मोदी लहर,हिंदुत्व लहर व कोरोना काल में बंट रहा निशुल्क राशन के साथ ही सरिता आर्य के लिये खोजा गया नारा “नैनीताल की बेटी हूँ” के सहारे जीत का दावा कर रही है वहीं कांग्रेस संजीव आर्य द्वारा अपने निवर्तमान कार्यकाल में किये गए विकास कार्यों, कांग्रेस की एकजुटता, पार्टी प्रत्याशी द्वारा प्रचार में झोंके गए संशाधन, भाजपा में की गई सेंधमारी, भाजपा शासन में बढ़ी महंगाई, बेरोजगारी से परेशान जनता के मतों से जीत पर भरोसा कर रही है और दोनों दलों के कार्यकर्ता इस बात को कह रहे हैं कि मुकाबला कांटे का रहा और हार जीत का अंतर काफी कम रहेगा । इस सीट पर आप प्रत्याशी हेम आर्य कहीं कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे हैं तो कहीं भाजपा को । किन्तु ज्यादा नुकसान कांग्रेस को होने की आशंका है । यहां उक्रांद व बसपा प्रत्याशी अधिक मजबूत स्थिति में नहीं हैं । जबकि इस बार लोगों ने नोटा का भी अधिक उपयोग किया है । 2017 के विधान सभा चुनाव में नैनीताल सीट पर करीब 900 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था।
इस बीच चुनाव आयोग से जारी आंकड़ों के मुताबिक नैनीताल विधान सभा में 60399 मत पड़े हैं । जिनमें 31138 पुरुष व 29261 महिला मत शामिल हैं । यानी महिलाओं के मत पुरुषों की अपेक्षा 1877 कम पड़े । सबसे अधिक मत भाजपा प्रत्याशी सरिता आर्य के गांव भूमियाधार में पड़े । जहां कुल 1115 मतदाताओं में से 834 ने मतदान किया । जिसमें 422 पुरुष व 412 महिला मतदाता हैं ।यहां मतदान प्रतिशत 75 फीसदी रहा । भूमियाधार के निकटवर्ती क्षेत्र छिड़ा गांजा में 1091 में से 754,तिरछा खेत में 1075 में से 737, मेहरागांव में 893 में से 619 मतदाताओं ने मत डाला । जबकि आप प्रत्याशी हेम आर्य के गृह क्षेत्र लवेशाल में 1007 में से 701 लोगों ने और उक्रांद प्रत्याशी ओमप्रकाश उर्फ सुभाष कुमार के गांव गहलना सिलमोडिया में 256 में से 190,खुर्पाताल में 644 में से 456 ने वोट डाले । सबसे कम मतदाता बोहरगांव में थे । जहां 123 में 46 ने मतदान किया था । जबकि थपलिया गांजा में महज 90 वोटर थे । जिसमें से 66 लोग मतदान करने आये । रा इ का तल्लीताल के दो बूथों में क्रमशः 21 व 24 फीसदी मतदान हुआ था । कांग्रेस प्रत्याशी संजीव आर्य व बसपा प्रत्याशी राजकमल सोनकर का मत इस विधान सभा में नहीं था ।