नैनीताल । नैनीताल में नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना व उसके बाद उपजे सामाजिक विद्वेष के विरोध में शक्रवार को विभिन्न संगठनों ने जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया ।
30 अप्रैल को नैनीताल में 12 वर्षीय बालिका के साथ हुए जघन्य अपराध का मामला सामने आया । जिससे समाज में स्त्रियों और बच्चों की स्थिति को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े हुए। इसके उपरांत कुछ संगठनों के बुलावे पर बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और उन्होंने मार-पीट व गाली गलौज पर उतारू थे।
ये लोग केवल इसी घटना पर केंद्रित थे । जबकि 8 अप्रैल, 2025 को एक महिला द्वारा अपनी पुत्री के साथ दुराचार की रिपोर्ट मल्लीताल कोतवाली में अपने पति के खिलाफ़ लिखवाई गई, जिसको लेकर इन संगठनों को कोई लेना देना नहीं था । हल्द्वानी में भी दो घटनाएं इसी तरह की हुई । उन बच्चियों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार पर भी ये संगठन मौन हैं ।
इन्हीं मुद्दों से जुड़ी मांगों को लेकर शुक्रवार को मैत्री महिला संगठन, नैनीताल और शहर के संवेदनशील नागरिकों की ओर से जिलाधिकारी ऑफिस और एस एस पी ऑफिस में ज्ञापन दिए गए। एस पी क्राइम जगदीश चंद्रा को भी ज्ञापन दिया गया और उनसे महिला सुरक्षा और सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई।
यह ज्ञापन शिखा रावत, पंकज भट्ट, एडवोकेट कैलाश जोशी, कविता उपाध्याय, तनमय जोशी और चेतन बिष्ट द्वारा दिए गए।
इन संगठनों ने तय किया है कि शनिवार, 10 मई को एक आम बैठक सायं 3 बजे से गोवर्धन हॉल, मल्लीताल में होगी। इस बैठक में उन सभी संगठनों और नागरिकों को बुलाया गया है जो बीते दिनों हुई घटनाओं का विरोध करते हैं और इन घटनाओं पर कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं ।