लंबे समय से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं आशा कार्यकर्ता व फैसलिटेटर ।
देहरादून । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत आशा एवं आशा फैसिलेटटरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को देहरादून सहित कई जिलों में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा ।
आशा एवं फैसिलेटटरों ने कहा है कि लंबे समय से राज्य सरकार व केन्द्र सरकार को अपनी विभिन्न मांगों के निराकरण के लिए ज्ञापन व धरना प्रदर्शन के जरिए अवगत करा चुके हैं । लेकिन उनकी जायज़ मांगों के निराकरण के लिए कोई कार्यवाही नहीं हो रही है । आशा कार्यकर्ताओं व फैसलिटेटरो ने कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य कार्यक्रमों का भी निष्ठा के साथ संचालन करती हैं परन्तु उन्हें मानदेय के नाम पर एक आम मजदूर के बराबर भी मानदेय नहीं दिया जाता है।इस न्यूनतम वेतन से पर्वतीय क्षेत्रों दुर्गम स्थानों की आशा कर्मचारियों को अपने घर परिवार के दिनचर्या चलाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने आशा फैसिलेटटरों को 24 हजार रुपए व आशा कार्यकर्ताओं 18 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन देने,आशा एवं आशा फैसिलेटटरों को राज्य कर्मचारी घोषित करने,आशा कर्मचारियों की योग्यता अनुसार पदोन्नति देने,साल में सर्दी व गर्मियों की अलग-अलग वर्दी देने, सेवानिवृत्त लाभ के तौर कम से कम 5लाख रुपये देने, आशा फैसिलेटटरों को 25दिन की ड्यूटी के बजाय 30दिन की स्थाई ड्यूटी देने की मांग की ।