नैनीताल । आरटीआई कार्यकर्ता क्लब के प्रदेश अध्यक्ष, हिमालय किचन बड़ा बाजार नैनीताल निवासी डॉक्टर प्रमोद अग्रवाल गोल्डी द्वारा लोक सूचना अधिकारी बी डी पांडे जिला चिकित्सालय नैनीताल से प्राप्त सूचना के माध्यम से अवगत कराया गया है कि नैनीताल में मेल और फीमेल दोनों ही बाल जन्म दर एवं मृत्यु दर में गिरावट वर्ष अप्रैल 2021 से जून 2025 तक लगातार दर्ज हुई है ।
सबसे अच्छी बात यह है कि मेल और फीमेल बच्चों के जन्मांतर में जो पूर्व के वर्षों, अप्रैल 2021 से मार्च 2024 तक में गहरा अंतर था, अब उसे अंतर में कमी आई है ।
जहां तक महिला नसबंदी का सवाल है नैनीताल में 96% से 98% तक महिला नसबंदी की गई है, जबकि पुरुषों की नसबंदी नाम मात्र के लिए हुई है ।सबसे आश्चर्य की बात यह है कि मुस्लिम पुरुषों में परिवार नियोजन के प्रति किंचित भी रुचि नहीं है, एक भी मुस्लिम व्यक्ति ने नैनीताल में वर्ष 2021 अप्रैल से जून 2025 तक एक भी नसबंदी का केस नहीं करवाया है ।
मुस्लिम महिलाओं में भी परिवार नियोजन के अंतर्गत नसबंदी केस चार प्रतिशत से कम होकर 2% तक पहुंच गए हैं, यह अपने आप में चिंता का विषय है। मुस्लिम परिवारों विशेष कर महिलाओं में परिवार नियोजन के प्रति बढ़ावा दिए जाने की आवश्यकता है ।डॉक्टर प्रमोद अग्रवाल गोल्डी ने सरकार की योजना पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए बतलाया कि इजा बोई योजना में बच्चा पैदा करने पर ₹2000 जबकि सामान्य महिला नसबंदी पर मात्र ₹1400 दिए जा रहे हैं। जबकि सरकार को परिवार नियोजन में नसबंदी किए जाने पर अधिक प्रोत्साहन राशि देनी चाहिए ।जरूरी है कि परिवार निर्णय पर प्रोत्साहन राशि को बढ़ावा दिया जाए। मुस्लिम इलाकों में परिवार नियोजन जागरूकता एवं नसबंदी आदि के लिए विशेष कैंप सिविर लगाकर उन्हें अतिरिक्त पुरस्कार राशि दी जाए, ताकि परिवार नियम को बढ़ावा मिले और जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सके। ये आंकड़े अप्रैल 2021 से जून 2025 तक के आधार पर जारी किए गए हैं।