नैनीताल। चुनाव में मनपसंद का प्रत्याशी न होने पर चुनाव आयोग ने जब से नोटा का विकल्प दिया है तब से लोग नोटा का खुलकर उपयोग करने लगे हैं । कई सीटों पर नोटा को मिल रहे मत जीत हार में निर्णायक बन रहे हैं । 2017 में कुमाऊं की अधिकांश सीटों में नोटा को उक्रांद से अधिक मत मिले थे ।
2017 के विधान सभा चुनाव के आंकड़ों के अनुसार तब कुमाऊं की 29 सीटों में 25 हजार से अधिक लोगों ने नोटा का उपयोग किया । जिसमें सर्वाधिक लोगों ने बागेश्वर में नोटा दबाया । जहां यह आंकड़ा 1541 था । जबकि सबसे कम धारचूला में 500 था ।इसके अलावा नैनीताल में 899,कालाढुंगी में 1119,हल्द्वानी में 655,लालकुआं में 1216, भीमताल में 953,रामनगर में 887 लोगों ने नोटा दबाया । अन्य प्रमुख सीटों में अल्मोड़ा में 623,चंपावत में 1044,डीडीहाट में 737,गंगोलीहाट में 865,जागेश्वर में 896,जसपुर में 644,कपकोट में 1116,काशीपुर में 655,खटीमा में 890,पिथौरागढ़ में 1072,रानीखेत में 637,रुद्रपुर में 596,सल्ट में 812,सितारगंज में 580 लोगों ने नोटा दबाया ।।
इस चुनाव में कई सीटों में दलबदल होने सहित कुछ अन्य कारणों से नोटा को पिछले चुनाव से अधिक मत मिलने की आशंका जताई जा रही है।