नैनीताल । उत्तराखंड आशा हैल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल के नेतृत्व में मंगलवार को आशा कार्यकर्ताओं ने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर तल्लीताल स्थित गाँधी चौक में धरना प्रदर्शन कर रोष व्यक्त किया। बाद में सीएमओ डा.हरीश चंद्र पंत के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित किया।
इस दौरान आशाओं ने कहा कि उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशाओं का विभाग में कोई भी सम्मान और वेतन नहीं है। आशाएं विभाग के सभी अभियानों और सर्वे में बिना किसी न्यूनतम वेतन और कर्मचारी के दर्जे के लगा दी गई हैं। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु की सेवा से शुरू करते हुए आज आशा वर्कर्स को सारे काम करने पड़ रहे हैं लेकिन सरकार आशाओं को न्यूनतम वेतन तक देने को तैयार नहीं है। आशाओं को उनके काम के अनुरूप पैसा मिलना तो दूर वादा किया गया पैसा भी नहीं मिल रहा है। आशाओं की लगातार ट्रेनिंग चलती रहती हैं लेकिन ट्रेनिंग में दिया जाने वाला पैसा इतना भी नहीं होता कि दूर दराज से आने वाली आशाएं अपना किराया दे सकें।
कहा कि यदि समयबद्ध तरीके से जल्द ही मांगे पूरी नहीं हुई तो आगामी 9 जुलाई (बुधवार) को आशा वर्कर्स ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रीय मंच की ओर से आहूत अखिल भारतीय आम हड़ताल में शामिल होंगी। इस दौरान भगवती शर्मा, राधा रााणा, चन्द्रा सती, अनीता, प्रेमा बिष्ट, हेमा आर्या, पूनम आर्या, तुलसी बिष्ट, कुलविन्दी कौर, बसन्ती काण्डपाल, दीपा सुयाल, प्रेमा अधिकारी, शान्ती पांडे, सुमन बिष्ट, नीलम, हेमा ठठोला, शान्ति आर्य, मनीषा आर्य, सरिता कुरिया, हेमा बिष्ट, अनीता, विमला ठठोला तथा निर्मला चंद्रा समेत कई आशा वर्कर्स मौजूद रही।